लेह, कारगिल की राह आसान करेगा ¨शकुला जोत
जसवंत ठाकुर, मनाली लेह को रेललाइन से जोड़ने की बात अभी भविष्य के गर्व में छिपी है लेकिन ¨शकुला जोत
जसवंत ठाकुर, मनाली
लेह को रेललाइन से जोड़ने की बात अभी भविष्य के गर्व में छिपी है लेकिन ¨शकुला जोत लेह, लद्दाख व कारगिल की राह आसान करने जा रहा है। लाहुल-स्पति को जम्मू-कश्मीर से जोड़ने वाले ¨शकुला दर्रे में सुरंग बनते ही मनाली-जांस्कर-लेह मार्ग सर्दियों में भी बहाल रहेगा। यह मार्ग भविष्य में मनाली-लेह जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकेगा। वर्तमान में पदम व जांस्कर घाटी तक पहुंचने के लिए लेह होते हुए मीलों दूरी तय करनी पड़ती है। ¨शकुला होते हुए कुछ ही घंटे में यहां पहुंचा जा सकेगा। सुरंग बनने के बाद ¨शकुला के साथ सटे जांस्कर घाटी के गांव करगे, कुरु, तेस्ता, यलम¨लग, पूरने व फुगतुक गोंपा की दूरी बहुत कम हो जाएगी और पदम घाटी के गांव ज्ञालोव, छा, सतंग, पनमो, अच्छर, रारू भी लाहुल के नजदीक हो जाएंगे। सैनिक भी आसानी से आ-जा सकेंगे। ¨शकुला दर्रे तक हिमाचल की ओर से बीआरओ की दीपक परियोजना ने सड़क बना दी है, जबकि जम्मू-कश्मीर की ओर से हिमांक परियोजना सड़क का निर्माण कर रही है।
बीआरओ ने ¨शकुला दर्रे पर सुरंग बनाने की योजना बनाकर स्वीकृति के लिए केंद्र सरकार को भेज दी है। सड़क बनते ही कारगिल घाटी लाहुल से नजदीक हो जाएगी और सुरंग बनते ही दूरी कम होने के साथ सर्दियों में भी जांस्कर व लेह घाटी लाहुल होते हुए खुली रहेगी।
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बौद्ध भिक्षु की पहल से हुआ संभव
जांस्कर घाटी को लाहुल से नजदीक लाने का श्रेय बौद्ध भिक्षु को जाता है। चुटलिक छोंजोर बौद्ध भिक्षु ने चार वर्ष पहले सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया था और इसे ¨शकुला दर्रे तक बनाया था। बीआरओ ने उसके द्वारा बनाई गई सड़क पर काम कर इसे वाहन योग्य बनाया। बौद्ध भिक्षु के कार्य को देखते हुए नेशनल एसटी कमीशन ने उसे सम्मानित किया।
शिंकुला तक बीआरओ ने किया सड़क का निर्माण
हिमाचल की ओर से बीआरओ की दीपक परियोजना ने ¨शकुला तक सड़क का निर्माण कर लिया है, जबकि जम्मू-कश्मीर की ओर से बीआरओ की हिमांक परियोजना सड़क का निर्माण कार्य कर रही है। ¨शकुला में सुरंग बनाने के लिए बीआरओ ने योजना तैयार की है। केंद्र सरकार से स्वीकृति मिलते ही काम शुरू हो जाएगा। लेकिन इससे पहले बीआरओ जांस्कर घाटी को सड़क के माध्यम से लाहुल से जोड़ देगा।
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¨शकुला दर्रे पर सुरंग बनने से जांस्कर व लेह लदाख सर्दियों में भी जुड़ा रहेगा। इस परियोजना को केंद्र सरकार से प्राथमिकता से स्वीकृति दिलाई जाएगी ताकि सैनिक भी आसानी से आ-जा सकें।
रामस्वरूप, सांसद, मंडी संसदीय क्षेत्र