केसीसी बैंक के सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने ईपीएफओ शिमला के खिलाफ जताया रोष
कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के सेवानिवृत कर्मचारियों ने ईपीएफओ कार्यालय शिमला की कार्यप्रणाली पर रोष जताया है।
जेएनएन, धर्मशाला। केसीसी बैंक रिटायर्ड इम्पलाइज संगठन ने केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त नई दिल्ली से कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक धर्मशाला के सेवानिवृत कर्मचारियों के हायर बेजिज के तहत पेंशन पुर्ननिर्धारण केसों का निपटारा जल्द करवाने की मांग की है। इसको लेकर शनिवार को धर्मशाला में अध्यक्ष सुमेर राणा की अध्यक्षता में संगठन के सदस्यों की बैठक हुई।
बैठक में सभी ने क्षेत्रीय भविष्य निधि कार्यालय शिमला द्वारा बैंक के सेवानिवृत कर्मचारियों के हायर बेजिज के तहत पेंशन पुर्ननिर्धारण केसों का निपटारा नहीं किए जाने पर रोष जताया। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि कई माह से इस बारे दावे शिमला कार्यालय में लंबित पड़े हैं। लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। संगठन के महासचिव संतोष गोयल ने बताया कि उन्होंने इस बारे एक आरटीआई मांगी गई थी, जिसके जबाव में कहा गया है कि दावा ईपीएफओ कार्यालय शिमला में प्राप्त ही नहीं हुआ है।
जबकि वही दावा ईपीएफओ के पत्र संख्या 11148 दिनांक तीन अक्टूबर 2018 को कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक मुख्यालय को वापस कर दिया गया है। ऐसे में सवाल यह है कि अगर दावा मिला ही नहीं तो फिर इसे वापस कैसे किया गया। संगठन के पदाधिकाारियों ने कहा कि ईपीएफओ शिमला के इस भेदभाव के कारण कई पूर्व कर्मचारियों की अवसाद के कारण मौत भी हो चुकी है। ऐसे में सरकार व केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त को इस बारे कड़ा संज्ञान लेना चाहिए, ताकि सेवानिवृत कर्मचारियों के साथ खिलवाड़ न हो।