कांगड़ा के बलवीर चौधरी को एएसएम उद्यान रत्न अवार्ड
स्वर्गीय अमित सिंह मेमोरियल फाउंडेशन नई दिल्ली ने जिला कांगड़ा के कोटकवाला से प्रगतिशील किसान बलवीर चौधरी को एएसएम उद्यान रत्न अवार्ड देकर सम्मानित किया है।
जेएनएन, कांगड़ा।
स्वर्गीय अमित सिंह मेमोरियल फाउंडेशन नई दिल्ली ने जिला कांगड़ा के कोटकवाला से प्रगतिशील किसान बलवीर चौधरी को एएसएम उद्यान रत्न अवार्ड देकर सम्मानित किया है। यह अवार्ड गुजरात विश्वविद्यालय में वितरित किए गए। नई दिल्ली फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. जी त्रिवेदी व मैनेजिंग डायरेक्टर बिमला सिंह ने यह अवार्ड दिया है।
कोटकवाला में बलवीर चौधरी का जन्म 12 दिसंबर 1964 में हुआ था। कांगड़ा में हाई स्कूल की शिक्षा पूरी करने के बाद बलवीर चौधरी कृषि के क्षेत्र में जुट गए थे। 36 साल से कृषि व उद्यान से जुड़े हैं। उन्होंने वर्ष 2011 में कृषि की आधुनिक तकनीक को अपनाया और 105 वर्गमीटर पॉलीहाउस लगाया। इसके बाद पॉलीहाउस से लाभ होता देख 2015 में इसी आकार का एक और पॉलीहाउस बनाया। इसके साथ ही उनकी प्रगति का रास्ता साफ होता गया। आज अपने घर में ही कई सब्जियों की पनीरी उगाकर खेतों में भी लगा रहे हैं और लोगों की जरूरत को भी पूरा कर रहे हैं।
बलवीर चौधरी को पहली बार सम्मान नहीं मिला है। इससे पहले देश व प्रदेश की संस्थाओं के अलावा कई नामी कंपनियां भी बलवीर चौधरी का मान सम्मान कर चुकी हैं। इफ्को ने भी उन्हें सम्मानित किया है। इफ्को ने अपनी 50वीं स्वर्ण जयंती कार्यक्रम में विशेषतौर से सम्मानित किया और उन्हें सर्वश्रेष्ठ किसान चुना।
कृषि विभाग 2002 में चौधरी चरण सिंह किसान पुरस्कार दे चुका है। हैदराबाद विश्वविद्यालय सहित पालमपुर चौधरी सरवण कुमार कृषि विवि भी कई बार सम्मानित कर चुका है। प्रगतिशील किसान बलवीर चौधरी ही नहीं बल्कि इनके पिता भी प्रगतिशील किसान रहे हैं व कई सम्मान पाए हैं।
बलवीर चौधरी ने कहा कि क्षेत्र कोई भी हो सभी क्षेत्र मेहनत मांगते हैं। अपनी मेहनत कभी नहीं छोडऩी चाहिए। कभी मौसम की समस्या तो कभी अन्य परेशानियां खेती में रहती हैं, लेकिन बावजूद इसके वह मेहनत नहीं छोड़ते, यही वजह है कि उनकी मेहनत जाया नहीं जाती। उन्होंने अन्य किसान भाइयों व लोगों से अपने खेतों में मेहनत करने का आह्वान किया। कहा कि खेतों को खाली छोडऩे के बजाय उन्हें बीजना चाहिए।