नहीं बनेंगे नए जिले : वीरभद्र सिंह
जागरण संवाददाता, दरंग (सुलह) : प्रदेश में नए जिले नहीं बनाए जाएंगे। नए जिलों का मुद्दा उठाने वाले लो
जागरण संवाददाता, दरंग (सुलह) : प्रदेश में नए जिले नहीं बनाए जाएंगे। नए जिलों का मुद्दा उठाने वाले लोगों को गुमराह कर रहे हैं। भाजपा हर चुनाव में वोट की राजनीति के चलते इस प्रकार के मुद्दों से लोगों में भ्रामक प्रचार करती है। नए जिले बनाने से राजकोष पर आर्थिक बोझ बढ़ता है और विकास पर प्रशासनिक बोझ नहीं डाला जा सकता। यह बात मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने मंगलवार को सुलह हलके के दरंग में जनसभा को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा, नए जिलों के गठन से जितना प्रशासनिक आर्थिक बोझ बढ़ता है, उसे बढ़ाने की आवश्यकता नहीं है। इससे सही फैसला वर्तमान में शिक्षा व स्वास्थ्य सहित भाग्य रेखाओं को सुधारने का है। बकौल वीरभद्र सिंह, भाजपा ने अपने कार्यकाल में चुनाव से पूर्व लोगों को गुमराह करने के लिए कई जिलों की घोषणा कर दी और वहां एडीसी को बैठा दिया। प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने सत्ता संभालते ही इस फैसले को रद कर दिया। भाजपा को मुख्य निशाना बनाते हुए कहा कि प्रदेश का विकास देखकर भाजपा की छाती पर सांप लौट जाता है। उन्होंने भाजपा को आंख के अंधे व नाम के नयनसुख करार देते हुए कहा कि भाजपा प्रदेश में विकास ठप होने की दलीलें दे रही है। इससे जाहिर है कि भाजपा को प्रदेश का विकास या तो नजर नहीं आ रहा है या बौखलाहट में विकास को नजरअंदाज करने का प्रयास कर रही है। कहा कि कांग्रेस विकास की पक्षधर रही है। प्रदेश में विद्युत व्यवस्था को सुदृढ़ किया जा रहा है। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में नए संस्थान खोलकर प्रदेश को नई दिशा देने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने इस मौके पर धीरा में एसडीएम कार्यालय खोलने की घोषणा की जो कि जिले में यह 14वां एसडीएम ऑफिस होगा और प्रदेश में 64वां होगा। इसके अलावा दरंग में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व भट्टू में पशु औषधालय खोलने की घोषणा की। स्थानीय विधायक एवं मुख्य संसदीय सचिव जगजीवन पाल की मांग पर सुलह में आइपीएच विभाग का उपमंडल कार्यालय खोलने की संभावनाओं को तलाशने का भी आश्वासन दिया। इससे पूर्व स्थानीय विधायक ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया व उन्हें विकास का मसीहा बताया।