सशक्त भारत के निर्माण में योगदान दें वैज्ञानिक
संवाद सहयोगी, पालमपुर : केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने मंगलवार को सीएसआइ
संवाद सहयोगी, पालमपुर : केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने मंगलवार को सीएसआइआर (काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च) के हिमालय जैव संसाधन पालमपुर का दौरा किया। संस्थान के निदेशक डॉ. संजय कुमार ने केंद्रीय मंत्री को संस्थान की अनुसंधान गतिविधियों से अवगत करवाया।
इस दौरान मंत्री ने संस्थान के न्यूट्रास्यूटिकल पायलट प्लांट, अकादमी एवं प्रौद्योगिकी प्रसार ब्लॉक और हाइड्रोपोनिक परिसर का उद्घाटन भी किया। संस्थान की अनुसंधान प्रयोगशालाओं का दौरा करने के बाद उन्होंने वैज्ञानिकों व विद्यार्थियों से भी बातचीत की। कहा कि हिमालय क्षेत्र में बांस व्यापक संसाधन है और इसका उपयोग लकड़ी के बोर्ड, कपड़ा, यार्न, कोयला और अन्य औद्योगिक उत्पादों के रूप में किया जाना चाहिए है। उन्होंने सुझाव दिया कि संस्थान संगठित तरीके से खेती, प्रसंस्करण और उपज के विपणन के लिए उद्यमियों का नेटवर्क तैयार करे। जंगली गेंदा, गुलाब, वेलेरियाना, स्टीविया, लेवेंडर व बड़ी इलायची की खेती को बढ़ावा देकर किसानों की आय को बढ़ाया जा सकता है। चाय की खेती के लिए श्रम संबंधी समस्या से निपटने व मशीनीकरण के प्रयासों की भी मंत्री ने सराहना की। उन्होंने चिकित्सीय महत्व के नए जैव अणुओं की पहचान के लिए हिमालय के जैव संसाधनों के उपयोग व जलवायु परिवर्तन की परिस्थितियों के अनुरूप फसल की किस्मों को विकसित करने पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के युवा वैज्ञानिकों से बहुत उम्मीदें है और उन्हें सीमित दायरे से बाहर निकलकर सशक्त राष्ट्र के निर्माण के लिए आगे आना होगा। इस मौके पर संस्थान के समस्त वैज्ञानिक, विद्यार्थी व प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे।