टाडा अस्पताल में अब नहीं होगा घुप अंधेरा
नीरज ब्यास, कांगड़ा डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में अब घुप अंधेरा नहीं होगा
नीरज ब्यास, कांगड़ा
डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में अब घुप अंधेरा नहीं होगा। यहा जेनरेटर को ओटो मोड पर रखा जाएगा ताकि बिजली जाने पर यह खुद चालू हो जाए और बिजली आपूर्ति बहाल होने पर खुद बंद हो जाए। इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने अलग से बजट का प्रावधान करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यदि यह प्रक्रिया सिरे चढ़ती है तो टाडा अस्पताल में बिजली जाने पर भी समस्या नहीं होगी।
बताया जा रहा है कि पिछले सप्ताह रात एक बजे के करीब पूरे अस्पताल में बिजली बंद होने से घुप अंधेरा छा गया था। इस कारण बिजली से चलने वाली मशीनें बंद हो गई थीं। इससे किसी मरीज को ज्यादा परेशानी तो नहीं हुई लेकिन हीट में रखे बच्चों व अन्य मरीजों को अवश्य दिक्कत हुई थी। जब अस्पताल प्रशासन को इसका पता चला तो अतिरिक्त निदेशक मधु चौधरी, विद्युत विभाग के एसडीओ, एक्सईएन व अन्य अधिकारियों ने रात को ही इस दिशा में कदम उठाने शुरू कर दिए। करीब डेढ़ घटे बाद विद्युत आपूर्ति बहाल हुई। बिजली बंद होने का कारण खोदाई के दौरान केबल कटना बताया जा रहा है। अस्पताल प्रशासन जेनरेटर सेट को ओटो मोड करवाने जा रहा है ताकि मरीजों व तीमारदारो को दिक्कत न हो। इसके लिए प्रस्ताव कर लिया है।
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बिजली जाने पर पूरे क्षेत्र में अंधेरा हो गया था। जेनरेटर भी ओटो मोड पर नहीं था। इस कारण रात को लोगों को परेशानी हुई। बिजली जाने का कारण एक फेस की तार कटना था। जेनरेटर को ओटो मोड पर करवाना जरूरी है। इस बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को बताया गया है। जल्द जेनरेटर को ओटो मोड पर किया जाएगा ताकि भविष्य में दिक्कत न हो।
डॉ. विनय महाजन, चिकित्सा अधीक्षक, टाडा अस्पताल।
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बिजली जाने से समस्या हुई थी। पूरी टीम ने मिलकर काम किया और एक डेढ़ घटे में विद्युत आपूर्ति बहाल हो गई। जेनरेटर को ओटो मोड करवाया जा रहा है। अस्पताल में बहुत कम विद्युत आपूर्ति बाधित होती है।
डॉ. मधु चौधरी, अतिरिक्त निदेशक, टांडा अस्पताल।