सुलह को करोड़ों की सौगात
जागरण टीम, पालमपुर/थुरल/भवारना : मुख्य संसदीय सचिव जगजीवन पाल ने मुख्यमंत्री का प्रतिनिधित्व करते हु
जागरण टीम, पालमपुर/थुरल/भवारना : मुख्य संसदीय सचिव जगजीवन पाल ने मुख्यमंत्री का प्रतिनिधित्व करते हुए वीरवार को सुलह हलके में नौ करोड़ 30 लाख से की लागत से बनी विकास योजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास किए। उन्होंने थुरल पंचायत में पांच करोड़ 18 लाख 12 हजार की लागत से बनने वाले महाराजा संसार चंद मेमोरियल राजकीय महाविद्यालय थुरल के भवन का शिलान्यास किया। साथ ही दो करोड़ 62 लाख की लागत से बनी सीएचसी थुरल के अतिरिक्त भवन का लोकार्पण किया।
इसके अलावा ठाकुरद्वारा-सुजानपुर मार्ग पर मूंढ़ी गांव में केंद्रीय सड़क निधि परियोजना के तहत मूंढ़ी नाला पर एक करोड़ 51 लाख की लागत से बनने वाले पुल का भी शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सुलह हलके का विकास उनकी प्राथमिकता है। कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र ¨सह ने इन योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास करने थे लेकिन खराब मौसम के कारण वह नहीं पहुंच सके। उन्होंने महाविद्यालय के बच्चों को आश्वासन दिया कि अगले शैक्षणिक सत्र से विज्ञान कक्षाएं शुरू करने के साथ-साथ अन्य व्यवसायिक विषय भी आरंभ करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को एक साल में महाविद्यालय का भवन तैयार कर बच्चों को समर्पित करने के आदेश दिए। सुलह हलके में एक बार फिर नशा उन्मूलन कार्यक्रम नौ अगस्त से आरंभ किया जाएगा। कार्यक्रम में ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष अरुण राणा, इंटक महामंत्री सीता राम सैणी, स्थानीय पंचायत प्रधान र¨वद्र शर्मा, मनभरी देवी, जिला पार्षद ठाकुर ¨सह मेहता, नरेश मेहरा, एसपी कांगड़ा संजीव गांधी, सीएमओ कांगड़ा डॉ. आरएस राणा, एसडीएम पालमपुर अजीत भारद्वाज, बीएमओ थुरल डॉ. एसके भटिया, महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. राकेश शर्मा, एसई लोक निर्माण डीआर शासनी, एक्सईएन र¨वद्र कौशल सहित कालेज के विद्यार्थी, अध्यापक और क्षेत्र के लोग उपस्थित रहे।
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कृषि विवि में वीसी ने किया भवनों का लोकार्पण
संवाद सहयोगी, पालमपुर : चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. केके कटोच ने वीरवार को विवि परिसर में 77 लाख की लागत से बने जैविक कृषि उत्पादन भवन का उद्घाटन किया। साथ ही 28 लाख की धनराशि से बने सब्जी एवं पुष्प विज्ञान विभाग के भवन का भी लोकार्पण किया। दोनों ही भवनों के लिए वित्तीय सहायता भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की ओर से उपलब्ध करवाई गई है। इसके अलावा कुलपति ने आठ लाख की लागत से पुस्तकालय के सुदृढ़ीकरण का भी शुभारंभ किया। अब यहां बच्चों को डिजिटल पुस्तकालय की सुविधा प्रदान हो गई है। नई सुविधा के तहत विद्यार्थी व वैज्ञानिक प्रॉक्सी सॉफ्टवेयर की सहायता से पुस्तकालय में रखी पुस्तकों सहित 2600 रिसर्च थिसिज के संग्रहण तक ऑनलाइन पहुंच पायेंगे। इन अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी संविधिक अधिकारियों सहित संबंधित विभागों के विभागाध्यक्ष भी उपस्थित रहे।