एक आयुर्वेदिक चिकित्सक के सहारे पीएचसी बड़ोई
संवाद सहयोगी, योल : तीन माह से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ोई (चामुंडा) एक आयुर्वेदिक चिकित्सक के सह
संवाद सहयोगी, योल : तीन माह से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ोई (चामुंडा) एक आयुर्वेदिक चिकित्सक के सहारे चल रहा है। यहां तैनात मेडिकल ऑफिसर अवकाश पर है। दैनिक जागरण ने प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था। इसी का संज्ञान रहा कि तुरंत आयुर्वेदिक चिकित्सक की तैनाती हुई। लेकिन यहां आयुर्वेदिक दवाई नहीं मिल पा रही है, क्योंकि आयुर्वेदिक चिकित्सक केवल आयुर्वेदिक दवाई ही दे सकता है। करीब नौ गांवों के करीब 39 हजार लोग दूरदराज के अस्पतालों में इलाज कराने को मजबूर हैं।
1996 में अस्तित्व में आई इस पीएचसी के तहत वर्तमान में 12 उपकेंद्र कार्यरत हैं। यहां उत्तरी भारत के सुप्रसिद्ध तीर्थस्थल श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम में रोजाना हजारों श्रद्धालुओं की आवाजाही रहती है। पीएचसी बड़ोई ही किसी आपात स्थिति में एकमात्र स्वास्थ्य केंद्र है, लेकिन मेडिकल ऑफिसर की पिछले एक वर्ष से स्थायी तैनाती न होने से रोजाना सौ से डेढ़ सौ की ओपीडी अब महज 50 से 50 ही पहुंच गई है।
ये पद हैं रिक्त
एक फार्मासिस्ट, एक चिकित्सक (अवकाश पर), एक दंत चिकित्सक, लैब तकनीशियन, स्टाफ नर्स, दाई, दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, एक स्वास्थ्य पर्यवेक्षक पुरुष व महिला।
मेडिकल ऑफिसर की हो स्थायी तैनाती
क्षेत्र के लोगों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए स्थायी चिकित्सक की तैनाती की मांग की है।
स्टाफ की कमी के चलते फिलहाल आयुर्वेदिक चिकित्सक को कार्यभार सौंपा है। एक चिकित्सक मातृ अवकाश पर है। इस संबंध में विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत करवाया दिया गया है।
-डॉ. सुभाष ठाकुर, खंड चिकित्सा अधिकारी।
जल्द तैनात होगा चिकित्सक
पीएचसी बड़ोई में जल्द चिकित्सक की स्थायी नियुक्ति की जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
-सुधीर शर्मा, शहरी विकास मंत्री।