नूरपुर में बीएमओ कार्यालय खुलने का रास्ता साफ
संवाद सहयोगी, नूरपुर : आखिरकार दशकों बाद नूरपुर को उसका अधिकार मिल ही गया। नूरपुर में बीएमओ कार्यालय
संवाद सहयोगी, नूरपुर : आखिरकार दशकों बाद नूरपुर को उसका अधिकार मिल ही गया। नूरपुर में बीएमओ कार्यालय खुलने का रास्ता साफ हो गया है। सोमवार को मंत्रिमंडल की बैठक में नूरपुर का बीएमओ कार्यालय गंगथ से नूरपुर शिफ्ट करने पर सरकार ने मुहर लगा दी। सरकार के इस फैसले से नूरपुर क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है।
पूर्व सरकार ने नूरपुर क्षेत्र का बीएमओ कार्यालय गंगथ में खोल दिया था तथा पिछले कई सालों से नूरपुर का बीएमओ कार्यालय गंगथ से चल रहा है जबकि गंगथ क्षेत्र का अपना बीएमओ कार्यालय इंदौरा में चल रहा है। वर्तमान में इंदौरा क्षेत्र में दो -दो बीएमओ कार्यालय चल रहे हैं जबकि नूरपुर क्षेत्र में एक भी बीएमओ कार्यालय नही है। बीएमओ कार्यालय गंगथ के तहत 14 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ,दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व 54 स्वास्थ्य उपकेंद्र आते हैं। नूरपुर का बीएमओ कार्यालय गंगथ होने के कारण स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को विभागीय प्रशिक्षण हासिल करने व अन्य कामों के लिए गंगथ जाना पड़ता था। पिछले काफी समय से उक्त कार्यालय को नूरपुर शिफ्ट करने की माग उठती रही है लेकिन सरकार पर इस माग का कोई असर नहीं दिखा। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नूरपुर प्रवास के दौरान विधायक अजय महाजन सहित अन्य नेताओं ने बीएमओ कार्यालय गंगथ से नूरपुर शिफ्ट करने की माग को प्रमुखता से उठाया लेकिन तब सीएम ने यह कहकर उक्त माग को ठुकरा दिया कि ऐसे ही दफ्तर शिफ्ट नहीं होते। गत माह जब सीएम ने पड़ोसी विधानसभा क्षेत्र में विकास कायरें की अहम घोषणाएं की तो नूरपुर के लोगो ने स्वयं को ठगा सा महसूस किया। क्षेत्र के नेताओं की माग पर सरकार ने बीएमओ कार्यालय गंगथ से नूरपुर शिफ्ट करने के फैसले पर अपनी मुहर लगा दी। काग्रेस नेताओं आरके महाजन, योगेश महाजन , कृष्णा महाजन, यशपाल सोगा, बलदेव पप्पी व अशोक महाजन ने बीएमओ कार्यालय गंगथ से नूरपुर शिफ्ट करने के फैसले का स्वागत करते हुए मुख्य मंत्री वीरभद्र सिंह व विधायक अजय महाजन का आभार जताया है।