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कंप्यूटर शिक्षकों को पांच माह से नहीं मिला वेतन

संवाद सूत्र, जवाली : प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 14 साल से कंप्यूटर शिक्षा की लौ जला रहे कंप्यूट

By Edited By: Published: Fri, 04 Sep 2015 12:15 AM (IST)Updated: Fri, 04 Sep 2015 12:15 AM (IST)
कंप्यूटर शिक्षकों को पांच   माह से नहीं मिला वेतन

संवाद सूत्र, जवाली : प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 14 साल से कंप्यूटर शिक्षा की लौ जला रहे कंप्यूटर शिक्षक मानसिक व आर्थिक शोषण का शिकार हो रहे है। प्रदेश कंप्यूटर शिक्षकों को पाच माह से वेतन के लाले पड़े हुए है तथा वेतन न मिलने के कारण उनको अपने परिवार का पालन-पोषण करना मुश्किल हो गया है। वेतन न मिलने के कारण कंप्यूटर शिक्षक पैसे-पैसे को मोहताज होकर रह गए है। यह बात प्रदेश कंप्यूटर शिक्षक संघ के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष दलजीत सिंह मन्हास ने जवाली में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने वर्ष 2001 में प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षा की लौ जलाने के लिए निजी कंपनी के तहत कंप्यूटर शिक्षकों की नियुक्ति की थी लेकिन उस समय से लेकर आजतक कंपनियों के हाथों उनको शोषित होना पड़ा है। कभी कंपनिया समय पर तनख्वाह नहीं देती है तो कभी अन्य तुगलकी फरमान जारी कर कंप्यूटर शिक्षकों को परेशान किया जाता है।

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उन्होंने कहा कि कंपनियों द्वारा कंप्यूटर शिक्षकों से ली गई सिक्योरिटी को भी वापस नहीं किया गया है। प्रदेश की काग्रेस सरकार ने चुनावों के समय कंप्यूटर शिक्षकों के साथ वादा किया था कि सत्तासीन होने के साथ ही उनके नियमितीकरण के लिए नीति बनाई जाएगी लेकिन तीन साल का समय बीतने को है जिस दौरान लालीपाप देकर ही प्रदेश सरकार काम चला रही है। उन्होंने कहा कि कई बार सरकार से प्रतिनिधिमंडल मिल चुका है। लेकिन आश्वासन ही मिलते हैं। कंप्यूटर शिक्षकों की प्रदेश सरकार अनदेखी कर रही है जिसका खामियाजा शोषण के रूप में कंप्यूटर शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार चुनावों के समय किए गए वादे को भूल चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अगर पीटीए के तहत अध्यापकों के लिए नीति बना सकती है तो 14 सालों से कार्यरत कंप्यूटर शिक्षकों के हितार्थ नीति बनाने में क्या अड़चन आ रही है? उन्होंने कहा कि शोषण का शिकार होते-होते अब तो कंप्यूटर शिक्षक नौकरी को छोड़ने लगे है। नियमितीकरण की पॉलिसी की आस में अध्यापकरिटायरमेंट की आयु में पहुंच चुके है। उन्होंने कहा कि अब तो कंप्यूटर शिक्षकों के सब्र का बाध टूटने लगा है और अगर सरकार ने नियमितीकरण के लिए अतिशीघ्र कोई ठोस नीति नहीं बनाई तो आगामी चुनावों में इसका खामियाजा भुगतना होगा।

अतिशीघ्र बनाई जाएगी नीति : नीरज

उधर, मुख्य संसदीय सचिव नीरज भारती का कहना है कि कंप्यूटर शिक्षकों के हितार्थ अतिशीघ्र नीति बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि आखिरकार किन कारणों से पाच माह का वेतन नहीं दिया गया है, इसके बारे में पूछताछ की जाएगी। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर शिक्षकों को अतिशीघ्र पाच माह का वेतन दिलवाया जाएगा।


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