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सादे तौर पर मनाया परिजनों ने शहीदी दिवस

संवाद सहयोगी, पालमपुर : शहीद मेजर सुधीर वालिया के शहीदी दिवस को परिजनों ने सादे तौर पर घर में ही मना

By Edited By: Published: Sat, 29 Aug 2015 10:31 PM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2015 10:31 PM (IST)
सादे तौर पर मनाया परिजनों ने शहीदी दिवस

संवाद सहयोगी, पालमपुर : शहीद मेजर सुधीर वालिया के शहीदी दिवस को परिजनों ने सादे तौर पर घर में ही मनाया। 15 वर्ष से शहीदी दिवस के दौरान रक्तदान शिविर सहित अनेक कार्यक्रम होते थे। इस वर्ष शहीद की माता राजेश्वरी देवी का स्वास्थ्य सही न होने के कारण परिवार ने घर में ही इस दिन को मनाने का निर्णय लिया।

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हालांकि शहीद के पिता सूबेदार रुलिया राम अपने स्तर पर ही इस दिन बड़ा आयोजन कर प्रतिभावान बच्चों को सम्मानित करते थे। उनके परिवार को इस बात का मलाल है कि उनके सहयोग के बिना प्रशासन भी कार्यक्रम के आयोजन में आगे नहीं आया। देश की सरहदों की रक्षा करते 29 अगस्त को कुपवाड़ा की पहाड़ियों में अपनी शहादत देने वाले उनके लाडले अशोक चक्र विजेता शहीद सुधीर वालिया की याद में न किसी संस्था, प्रशासन समेत उनके नाम पर बनूरी में बने स्कूल प्रबंधन ने भी उन्हें

याद करना मुनासिब नहीं समझा। इससे शहीद के परिजनों में भारी रोष और दुख है। शहीद मेजर सुधीर वालिया के पिता ने कहा कि वह इस बार शहीदी दिवस पर कोई कार्यक्रम नहीं कर सके। लेकिन, अशोक चक्र विजेता सुधीर वालिया की शहादत को आज हर कोई भूल गया। उन्होंने इस बात पर भी असंतोष जाहिर किया कि राजनीतिज्ञों की ओर से घोषित बनूरी चौक पर शहीद मेजर सुधीर वालिया की कोई प्रतिमा नहीं लग सकी और न ही बनूरी गाव का नाम सुधीर नगर रखा गया।


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