अब धर्मशाला शिफ्ट हुआ दफ्तर
संवाद सहयोगी, नूरपुर : प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय जसूर से धर्मशाला शिफ्ट हो गया है
संवाद सहयोगी, नूरपुर : प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय जसूर से धर्मशाला शिफ्ट हो गया है। लोगों के विरोध को देखते हुए फिलहाल प्रयोगशाला को जसूर में ही रखा गया है।
वर्ष 1990 में उक्त कार्यालय जसूर में खोला गया था तथा वर्तमान में यह एग्रो इंडस्ट्री के भवन में चल रहा है। पिछले साल इसे धर्मशाला शिफ्ट करने की कवायद शुरू हुई थी। उसे दौरान नूरपुर के विधायक अजय महाजन ने दफ्तर को जसूर में ही रखने का मामला सरकार के समक्ष उठाया था। पिछले साल जब मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने धर्मशाला में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय की आधारशिला रखी तो यह साफ हो गया कि जसूर से यह धर्मशाला शिफ्ट होना लगभग तय है। गत सप्ताह मुख्यमंत्री ने धर्मशाला में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय का लोकार्पण किया और इस कारण यह कार्यालय धर्मशाला शिफ्ट हो गया है। दफ्तर तो धर्मशाला शिफ्ट हो गया है, लेकिन फिलहाल प्रयोगशाला जसूर में ही रहेगी और यहां आधा दर्जन स्टाफ होगा।
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'पहले नूरपुर से आपदा प्रबंधन बटालियन खिसकी और फिर ट्रामा सेंटर। अब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का दफ्तर शिफ्ट हो गया है। विधायक नूरपुर क्षेत्र के हितों की रक्षा करने में नाकाम रहे हैं।'
-राकेश पठानिया, पूर्व विधायक नूरपुर
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'मामला सरकार व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के समक्ष उठाया है। विभाग की प्रयोगशाला जसूर ही रहेगी। प्रयास किया जा रहा है कि जसूर में भी कोई अधिकारी बैठे।'
-अजय महाजन, विधायक नूरपुर
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'जसूर में विभाग का कार्यालय एग्रो इंडस्ट्री के गोदाम में चल रहा था व भवन की दशा दयनीय थी। भवन की दयनीय स्थिति को देखते हुए विभाग ने अपना भवन बनाने का फैसला किया है। धर्मशाला में जमीन उपलब्ध होने पर भवन बनाया गया है। विधायक अजय महाजन की माग पर जसूर में कैंप ऑफिस चलाया जाएगा।'
- कुलदीप पठानिया, चेयरमैन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड