कोचों की कमी से खेल हुआ फेल
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : कोचों की कमी से जिला कांगड़ा में खेल पूरी तरह फेल हो गए हैं। जिला युवा से
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : कोचों की कमी से जिला कांगड़ा में खेल पूरी तरह फेल हो गए हैं। जिला युवा सेवाएं एवं खेल विभाग को कोचों की दरकार है। जिस कारण युवाओं की प्रतिभा में निखार नहीं आ रहा है।
जिला युवा सेवाएं खेल विभाग के पास वालीबॉल, रेसलिंग, जूडो, बाक्सिंग, ताइक्वांडो व एथलेटिक्स का कोच नहीं हैं। हालांकि एथलेटिक्स का कोच भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) से उधारी पर लेकर काम चलाया जाता है। धर्मशाला को छोड़कर जिला कांगड़ा के किसी भी शहर में खेल गतिविधियों को लेकर बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं। युवाओं को खेल मैदान ही नसीब नहीं हो रहे हैं। पहले खंडस्तर पर इंडोर स्टेडियमों के निर्माण की योजना थी। लेकिन वर्तमान में यह योजना भी ठंडे बस्ते में चली गई है। जिस कारण युवाओं में इंडोर स्टेडियमों से कुछ खेल गतिविधियों में माहिर होने की उम्मीद भी धूमिल हो गई है। जिला परिषद से 13वें वित्त आयोग के तहत सभी पंचायतों को राशि उपलब्ध करवाकर ग्रामीण स्तर पर खेल गतिविधियों में युवाओं को पारंगत बनाने के लिए खेल किटें दी गई थीं। लेकिन इस पर आपसी मतभेद चल रहे हैं। जिस कारण इस सुविधा का भी युवाओं को लाभ नहीं मिला है।
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उच्चाधिकारियों को करवाया अवगत
जिला युवा सेवाएं एवं खेल विभाग में कोचों की कमी को लेकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करवा दिया है। उम्मीद है कि जल्द कोच मिल जाएंगे और युवाओं को प्रशिक्षण मिलने से उनमें छिपी प्रतिभा निखरेगी।
-एमपी भराड़िया, जिला खेल अधिकारी, जिला युवा सेवाएं एवं खेल विभाग।
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समस्या
1. बुनियादी सुविधाओं की कमी।
2. पंचायत स्तर पर खेल मैदान के निर्माण की योजना बंद।
3. ब्लॉकों में इंडोर स्टेडियम निर्माण की योजना ठंडे बस्ते में।
4. विभाग के पास कोचों की कमी।
समाधान
1. ग्रामीण स्तर पर मिलें बुनियादी सुविधाएं।
2. पंचायत स्तर पर खेल मैदानों का हो निर्माण।
3. ब्लॉकों में बने इंडोर स्टेडियम।
4. विभाग के पास सभी खेलों के कोच हों।