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श्री बज्रेश्वरी मंदिर को रोजाना मिलेगा 70 हजार लीटर पानी

संवाद सहयोगी, कांगड़ा : शक्तिपीठ माता बज्रेश्वरी देवी मंदिर में सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग ने पानी

By Edited By: Published: Tue, 30 Jun 2015 12:14 AM (IST)Updated: Tue, 30 Jun 2015 12:14 AM (IST)
श्री बज्रेश्वरी मंदिर को रोजाना मिलेगा 70 हजार लीटर पानी

संवाद सहयोगी, कांगड़ा : शक्तिपीठ माता बज्रेश्वरी देवी मंदिर में सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग ने पानी की समस्या दूर कर दी है। आगामी दस दिनों के भीतर मंदिर को रोजाना अलग से 70 हजार लीटर पानी की सप्लाई मिलना शुरू हो जाएगी। मुख्यमंत्री वीरभद्र ¨सह के आदेश पर विभाग ने इस योजना को करीब दो माह में पूरा कर लिया है। वर्तमान में मंदिर को पाइप डालने का कार्य जारी है।

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शक्तिपीठ माता बज्रेश्वरी देवी मंदिर में पानी की कमी से काफी दिक्कत होती थी। कई बार लंगर भवन के लिए भी पानी की व्यवस्था नहीं होती थी। पेयजल समस्या को लेकर कई बार मंदिर प्रशासन व आइपीएच विभाग में तकरार हुई लेकिन मंदिर के लिए कोई योजना नहीं बनी। दो माह पहले मुख्यमंत्री के मंदिर दौरे के दौरान मंदिर प्रशासन व पुजारियों ने उनके समक्ष पानी की समस्या रखी। इस पर मुख्यमंत्री ने विभाग को आदेश दिए थे कि जल्द योजना बनाकर मंदिर के लिए पानी का प्रबंध करे। मिशन में स्थित विभाग के वाटर स्टोर टैंक में एक टैंक सुरक्षित रखा गया था। इसकी मरम्मत करवाकर विभाग ने मंदिर की मुख्य लाइन से जोड़ दिया है। अब इस टैंक से केवल मंदिर व मंदिर सराय को ही पानी की सप्लाई होगी। जिस कारण मंदिर में पानी की दिक्कत दूर हो जाएगी। बज्रेश्वरी मंदिर के अधिकारी पवन बडियाल व वरिष्ठ पुजारी पंडित उमेश शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री के आदेश से मंदिर की पानी की समस्या दूर होने वाली है। इसके लिए पुजारी वर्ग ने मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया है। आइपीएच विभाग के सहायक अभियंता राजीव डोगरा ने कहा कि मिशन में विभाग का एक टैंक खाली है। इसकी क्षमता 70 हजार लीटर है। दस दिन में यहां से मंदिर व सराय के लिए पानी की सप्लाई की जाएगी। मंदिर के लिए रोजाना 70 हजार लीटर पानी उपलब्ध करवाया जाएगा। इस योजना पर करीब चार लाख रुपये खर्च हुए हैं।

बाक्स

कुएं के पानी पर निर्भर था मंदिर

कांगड़ा : बज्रेश्वरी मंदिर में पानी की दिक्कत कई वर्षों से है और इसे दूर करने के लिए कई योजनाएं बनीं लेकिन सिरे नहीं चढ़ी। पुराने कुएं से ही मंदिर को पानी की सप्लाई की जाती थी और पानी दूषित होने को लेकर कई बार सवाल उठे।


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