श्रीमदभागवत कथा के श्रवण से कटते है पाप : आचार्य अर¨वद
संवाद सहयोगी, देहरा : श्रीमद भागवत कथा के आयोजन करवाने से या कथा के श्रद्धा भाव से श्रवण करने व प्
संवाद सहयोगी, देहरा : श्रीमद भागवत कथा के आयोजन करवाने से या कथा के श्रद्धा भाव से श्रवण करने व प्रसाद ग्रहण करने से मनुष्य के कई पाप कट जाते हैं। प्राणी मनुष्य जीवन के बाद जीवन मरण के बंधनों से मुक्त होकर परम पिता परमात्मा के चरणों में लीन हो जाता है। यह शब्द आचार्य श्री अर¨वद शरण जी महाराज वृदांवन वाले ने देहरा के नौशहरा पंचायत के प्राचीन लक्ष्मी नारायण मंदिर में भागवत कथा के अंतिम दिन श्रद्धालुओं को प्रवचन करते हुए कहे। अर¨वद शरण जी महाराज ने कहा कि इस युग में श्रीमद भागवत कथा के आयोजन एवं इसके श्रद्धापूर्वक श्रवण का यही महत्व है। कथा के इसी महत्व को समझते हुए आज श्रद्धालु जगह जगह श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन करवा रहे हैं। इस मौके पर भंडारे का भी आयोजन किया गया।
आयोजन में सवाई लाल चौधरी, संसार चंद, शंकर ¨सह लगवाल, रणजीत ¨सह पेंटू, ईश्वर दास, केप्टन केसर ¨सह, भुवनेश कुमार, जगदीश चंद, काका चौधरी, सुरेश चौकीदार, बेअंत कुमार, रंजना देवी, भामा देवी, निर्मला देवी एवं सुरेंद्र शर्मा सहित कई कारसेवकों ने कथा एवं भंडारे के आयोजन के दौरान अपनी सेवाएं देने का काम किया।