नहीं रुक रहे खनन माफिया के कदम
संवाद सूत्र, भरमाड़ : न्यायालय के आदेशों व सरकार के सख्त कदमों के बावजूद खनन माफिया के कदम नहीं रु
संवाद सूत्र, भरमाड़ : न्यायालय के आदेशों व सरकार के सख्त कदमों के बावजूद खनन माफिया के कदम नहीं रुक पा रहे हैं। सरकार व प्रशासन ने अवैध खनन को राकने के लिए उपमंडल स्तर पर सख्त निर्देश दिए हैं कि खनन किसी भी स्तर पर न हो। वहीं खनन माफि या नित नए हथकंडे अपनाकर आख मिचौनी खेल रहा है।
पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि जवाली उपमंडल के अंतर्गत बहुत से नाले व खड्डें हैं जिनमें से लाखों टन पत्थर, रेत, बजरी व मिट्टी का खनन किया जाता है। यह खनन सभी नियमों को ताक पर रखकर किया जाता है। इसका परिणाम यह है कि जो नाले या खड्डें 10 साल पूर्व धरती की सतह के बराबर थे, आज 10 से 20 फुट तक गहरी व दस गुणा चौड़े हो गए हैं। इस कारण उपजाऊ जमीन को भारी नुकसान हुआ है।
उपमंडल जवाली की पंचायत मैरा में लोनिवि एवं रेलवे का पुल पूर्ण तौर पर भू-कटाव की चपेट में है। बूहल खड्ड , मंजूही खड्ड, जखाडा खड्ड, फतेहपुर खड्ड, चटा खड्ड, बनाल खड्ड, देहर खड्ड, हरसर खड्ड, देहरी खड्ड गज खड्ड के किनारे स्थित किसानों का कहना है कि उनकी हजारों कनाल उपजाऊ भूमि इन खड्डों के तेज बहाव से बह गई है। अंधेरे में खनन माफिया सक्रिय हो जाता है। पर्यावरण प्रेमियों ने सरकार से मांग की है कि विशेष उड़न दस्ते गठित कर इन क्षेत्रों में बार बार दबिश देकर वन काटुओं और खनन माफिया पर लगाम लगाई जाए।