मंजूरी ने लटकाया हिमानी चामुंडा पुनर्निर्माण
संवाद सहयोगी, योल : आदि हिमानी चामुंडा के प्राक्कलन पर अभी तक सरकारी मंजूरी न मिलने से पुर्ननिर्माण
संवाद सहयोगी, योल : आदि हिमानी चामुंडा के प्राक्कलन पर अभी तक सरकारी मंजूरी न मिलने से पुर्ननिर्माण कार्य फिर से अगले वर्ष तक लटक गया है। मंदिर प्रशासन ने वास्तुकार से 1.91 करोड़ रुपये का प्राक्कलन प्रारूप तैयार करवाकर हिमाचल प्रदेश सरकार को 12 मई 2014 को मंजूरी के लिए भेजा, लेकिन सरकार ने इस पर आपत्ति लगाते हुए दोबारा प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश दिए। इस नौ जून को दोबारा 78 लाख रुपये का प्रारूप भेजा गया। बावजूद इसके सरकार ने 50 लाख रुपये से कम का प्रारूप तैयार करने के निर्देश जारी किए हैं। दो बार भेजे ऐस्टीमेट पर मुहर न लग पाने से मंदिर पुर्ननिर्माण में देरी होने पर हिमानी चामुंडा सुधार समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश, उपाध्यक्ष, महासचिव स्वरूप धीमान, सदस्य संसार मित्र, बनवारी लाल, केवल कृष्ण, किशोरी लाल, एमडी शर्मा ने सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को हैली टैक्सी व रोप-वे जैसी योजनाओं से पहले मंदिर पुर्ननिर्माण कार्य करना चाहिए, ताकि 10 माह पहले आगजनी की भेंट चढ़ी धार्मिक धरोहर का अस्तित्व बरकरार रहे। यदि चार मरले भूमि में ही मंदिर निर्माण करना था, तो पहले बड़ी-बड़ी योजनाएं क्यों बनाई गई। उन्होंने इस संबंध में सरकारी उदासीनता पर रोष व्यक्त किया है और कहा कि इससे धार्मिक आस्था से जुडे़ लोगों को गहरी ठेस पहुंची है।
वहीं, मंदिर अधिकारी ग्रिजेश चौहान ने बताया कि मंदिर प्रशासन हिमानी चामुंडा मंदिर पुर्ननिर्माण पर गंभीरता से जुटा है। अब सरकारी निर्देशानुसार गर्भ गृह निर्माण के लिए 50 लाख से कम का प्रारूप तैयार करने के लिए 24 नवंबर 2014 को संबंधित वास्तुकार को लिखा गया है।
उधर, एसडीएस धर्मशाला एवं सहायक मंदिर आयुक्त बलवीर ठाकुर ने बताया कि मंदिर भूमि के तहत चार मरले में मंदिर गृह का प्रारूप तैयार होते ही सर्दियों के बाद अगले वर्ष निर्माण कार्य शुरू करने की संभावना है।