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खैर के पौधों पर कुल्हाड़ी चली

बलविंद्र सिंह, फतेहपुर कांगड़ा जिला के निचले क्षेत्र वनपरिक्षेत्र रे व ज्वाली के जंगलों में खैर वन

By Edited By: Published: Wed, 17 Dec 2014 11:46 PM (IST)Updated: Wed, 17 Dec 2014 11:46 PM (IST)
खैर के पौधों पर कुल्हाड़ी चली

बलविंद्र सिंह, फतेहपुर

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कांगड़ा जिला के निचले क्षेत्र वनपरिक्षेत्र रे व ज्वाली के जंगलों में खैर वन काटुओं के हौसले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। वन काटुओं के निशाने पर इन परिक्षेत्रों के रिजर्व जंगलों में खैर के पौधे हैं।

वनकाटु रात को पौंग के रिजर्व जंगलों व वन विभाग के रिजर्व जंगलों में खैर के पौधों को इलेक्ट्रॉनिक आरा चलाकर काट रहे हैं। वन विभाग को इसकी खबर तब होती है जब जंगलों से खैर के मोछे पंजाब की सीमा से पार ले जाए जाते हैं। ऐसा ही मामला वनखंड धमेटा के कोहलड़ी के जंगल में देखने को मिला जहां खैर के छह पौधों पर कुल्हाड़ी चली है। वन माफिया ने खैर के पेड़ों के मोछे भी कर डाले। जब विभाग को खबर लगी तो केवल ठूंठ व मोछों के उतारे गए छिलके ही हाथ लगे। करीब दो महीने बीत जाने के बाद भी वन विभाग को यह पता नहीं लग पाया है कि ये पेड़ किसने काटे हैं? वहीं, वन काटुओं ने स्थाना बीट के वन सावलिया के जंगल मे सड़क के किनारे ही खैर के पेड़ों पर आरा चला डाला। वहां पर विभाग को ठूंठ ही हाथ लगे। वनकाटू रात को ही खैर काट कर भाग चुके थे। तीसरा मामला पौंग बाध के रिजर्व जंगल का है। वन्य प्राणी विभाग परिक्षेत्र धमेटा के तहत रिजर्व जंगल बैहकुरैह मे करीब छह पेड़ों पर कुल्हाड़ी चली है जो वन विभाग रेंज धमेटा से मात्र सात किलोमीटर दूरी पर है। इस संदर्भ में विभाग को करीब तीन दिन के बाद पता चला। विभाग ने आनन फानन में वहां तैनात कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया था। शिवसेना के युवा प्रदेश अध्यक्ष रमेशदत कालिया ने वन विभाग व प्रदेश सरकार से माग की है कि वन काटुओं पर नुकेल कसने के लिए कर्मचारियों की गश्त बढ़ाई जाए।

निलंबित किया कर्मचारी

वैहकुरैह के मामले में विभाग के एक कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है। वन विभाग वनकाटुओं पर निगाह रखे हुए है लेकिन इसमें जनसहयोग जरूरी है।

संजय सेन, डीएफओ नुरपूर

जवाब तलब होगा

क्षेत्र मे अवैध कटान पर वन विभाग से जवाब तलब किया जाएगा। इस दिशा में विभाग को पहले ही सख्त दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।

ठाकुर सिंह भरमौरी, वन मंत्री


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