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छेदक कीट से निपटने को स्थापित होगा शोध केंद्र

संवाद सहयोगी, पालमपुर : चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. केके कटोच ने

By Edited By: Published: Wed, 26 Nov 2014 01:46 AM (IST)Updated: Wed, 26 Nov 2014 01:46 AM (IST)
छेदक कीट से निपटने को स्थापित होगा शोध केंद्र

संवाद सहयोगी, पालमपुर : चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. केके कटोच ने कहा है कि अब छेदक कीट से परेशान कृषकों की समस्याओं का शीघ्र समाधान संभव हो सकेगा। इसके लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की ओर से चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के लिए छेदक कीट पर अनुसंधान के लिए 22 लाख रुपये का एक शोध केंद्र स्वीकृत हुआ है। डॉ. कटोच ने बताया कि कृषि महाविद्यालय के कीट विज्ञान विभाग को कन्सोर्टियम शोध केंद्र ने इसे स्वीकृत किया है।

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भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने शुरू में इस केंद्र के लिए 22 लाख स्वीकृत किए हैं तथा इस परियोजना से छेदक कीट से संबंधित पर्यावरण-मित्र प्रबंधन के लिए शोध कार्य हो सकेंगे तथा किसान समुदाय के हित में जानकारी का प्रचार-प्रसार संभव होगा। कीट विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. डीसी शर्मा इस परियोजना के मुख्य-अन्वेषक होंगे। कुलपति ने इस शोध केंद्र को स्वीकृत करने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद तथा कंसोर्टियम शोध केंद्र के परियोजना समन्वयक डॉ. ए कृष्णामूर्ति का आभार व्यक्त किया है।


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