माता-पिता पर डालें सीट बेल्ट पहनने का दबाव
जागरण संवाददाता, नगरोटा बगवां : कार के माध्यम से घूमने या सगे-संबंधियों के घर जाने से पहले अगली सीट
जागरण संवाददाता, नगरोटा बगवां : कार के माध्यम से घूमने या सगे-संबंधियों के घर जाने से पहले अगली सीट पर बैठे अपने माता-पिता को सीट बेल्ट डालने का दबाव बनाएं। जब तक सीट बेल्ट नहीं डाली जाएगी तब तक कार में सफर नहीं करूंगा कुछ ऐसा ही रवैया बच्चों को अपनाना होगा।
नगरोटा बगवां यातायात पुलिस प्रभारी विजय कुमार ने दैनिक जागरण के 'आखिर जान आपकी है' अभियान के अंतर्गत रेनबो इंटरनेशनल स्कूल में सोमवार को कहा कि बच्चों को स्वयं जागरूक होकर अपने-अपने क्षेत्र में अहम भूमिका निभाने के लिए आगे आना चाहिए। यातायात नियमों का पालन केवल पुलिस को सामने देख चालान से बचने के लिए नहीं, बल्कि अपनी जान को सुरक्षित रखने के लिए वाहन चलाते समय अपनी आदत में शामिल किया जाना चाहिए। वाहन चलाने के लिए लाइसेंस अत्यधिक आवश्यक है इसलिए 18 साल से कम उम्र के बच्चों की यदि दुर्भाग्यवश दुर्घटना हो जाती है तो उसकी जिम्मेदारी माता-पिता पर भी होगी। दोपहिया वाहन चालक हेलमेट को हाथ में पकड़ना फैशन मानते हैं, मगर यही हेलमेट आकस्मिक स्थिति में सिर पर लगने वाली चोट को बचा सकता है। तेज गति से वाहन न चलाएं तथा मोबाइल का प्रयोग न करें। वाहन चलाते समय अपनाई जाने वाली लापरवाही दुर्घटनाओं का मुख्य कारण है।
इस मौके पर यातायात पुलिस हेड कांस्टेबल जय चंद, स्कूल प्रिंसिपल डॉ. छवि कश्यप, प्रबंधक भारद्वाज, नमिता, मान सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
नियमों के पालन की आदत डालें
सड़क हादसों को रोकने के लिए स्वयं जागरूक होना आवश्यक है। सरकार अथवा पुलिस प्रशासन द्वारा क्या किया जा रहा है इस पर सोचने की बजाय खुद कानून का पालन करने की आदत डालनी होगी। दैनिक जागरण ने 'पत्र ही नहीं मित्र भी' की भूमिका निभाते हुए समाज के प्रति इस अभियान के माध्यम से जो कदम बढ़ाया है उसके साकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। दैनिक जागरण की लोगों व विशेषकर बच्चों को जागरूक करने की मुहिम अवश्य रंग लाएगी।
-डॉ. छवि कश्यप, प्रिंसिपल, रेनबो इंटरनेशनल स्कूल नगरोटा बगवां।