जसूर में प्रभातफेरी से हो रहा माहौल भक्तिमय
संवाद सूत्र, जसूर : कार्तिक माह की पावन बेला पर ग्रामीण महिलाएं प्रात: काल उठकर गावों में श्रद्धापूर
संवाद सूत्र, जसूर : कार्तिक माह की पावन बेला पर ग्रामीण महिलाएं प्रात: काल उठकर गावों में श्रद्धापूर्वक प्रभातफेरी का आयोजन कर रही हैं, इस कारण गांवों में हर तरफ हरिनाम की गूंज सुनाई पड़ रही है। 'जागो जागो निंद्रा त्यागो होया अमृत बेला प्रभात फेरी आइए' भजन गाती हुई महिलाएं लोगों को जागृत कर रही हैं। छत्रोली, जसूर, ठंगर, हलेड आदि गावों की महिलाओं ने कार्तिक माह की पूर्णिमा से शुरू किया है, जो पूरा माह चलेगा। इसमें प्रतिदिन सैकड़ों महिलाओं का जत्था नगर परिक्रमा में भाग ले रहा है। महिलाएं सुबह चार बजे शिव मंदिर छत्रोली में इकट्ठी होती हैं और ढोलक चिमटे के साथ भजन गाती हुई गावों की परिक्रमा करती हैं। प्रतिदिन एक घर में प्रभात फेरी का थोड़ी देर के लिए ठहराव होता है, यहां पर उस घर वाले प्रभातफेरी में शामिल लोगों पर पुष्प वर्षा करते है तथा जलपान व प्रसाद बाटते हैं। इसके बाद प्रभात फेरी आगे की ओर निकल पड़ती है।
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कार्तिक माह में चंद्रमा का विशेष महत्व : पंडित
पंडित हरबंस लाल शर्मा के अनुसार कार्तिक माह में चंद्रमा अपनी किरणें जमीन पर सीधी डालता है, इसलिए जो इस माह प्रात: काल स्नान करता है। वह अनेक प्रकार के रोगों से मुक्त होकर स्वच्छ हो जाता है। चादनी में बने हुए तथा रखे हुए पदाथरें का सेवन करना बहुत लाभदायक होता है। कार्तिक माह में व्रत व उद्यापन तथा प्रभात फेरी करने से कुल के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते है!