चोरियों से तंग लोग देंगे ठीकरी पहरा
संवाद सहयोगी, पंचरुखी : पुलिस चौकी पंचरुखी के लिए विभिन्न गांवों में हो रही चोरियां सिरदर्द बन चुकी
संवाद सहयोगी, पंचरुखी : पुलिस चौकी पंचरुखी के लिए विभिन्न गांवों में हो रही चोरियां सिरदर्द बन चुकी हैं। क्षेत्र में अनेक चोरी की वारदातें हो चुकी हैं, लेकिन पुलिस इन्हें सुलझा नहीं पा रही है।
आंगनबाड़ी केंद्रों से चोरी हुए सिलेंडर भी अभी बरामद नहीं हो सके, जिसके चलते अनेक आंगनबाड़ी केंद्रों में शिशुओं के लिए खाना पकाना मुसीबत बना हुआ है। पंचरुखी चौकी में दर्ज नकदी, स्वर्ण आभूषण, खाद्य सामग्री, बर्तन, कपड़े व मोबाइल इत्यादि के चोरी होने के मामलों से लोगों को लाखों की चपत लगी है। पुलिस के पास मामला तो दर्ज होता है, मगर आज तक एक भी चोरी का सुराग नहीं लग पाने से लोगों में पुलिस पर से विश्वास उठता जा रहा है।
लोग अब स्वयं इस समस्या से निपटने के लिए तैयार हो गए हैं। लोगों ने गांवों में ठीकरी पहरा लगाने का मन बनाया है। हाल ही में भरवाना गाव में हुई चोरी को भांपते हुए चोरों को पहचान भी लिया, मगर पुलिस के पास सबसे बड़ा सवाल है कि लड़की के बताए हुलिए के तहत शिनाख्त कैसे की जाए। हालांकि हर बार सुई अन्य राज्यों के मजदूरों व फेरी वालों पर है, मगर पंजीकरण के अभाव में पुलिस इन तक नहीं पहुंच पा रही है। लोगों का कहना है कि पुलिस एक चोरी के मामले को तो सुलझा सकती है जिसके लिए लोगों ने सुझाव भी दिए हैं। अनका मानना है कि क्षेत्र में अवैध रूप से रह रहे अन्य राज्यों के लोगों व फेरी वालों को बारी-बारी से पंजीकरण के लिए बुलाया जाए व उक्त लड़की को भी शिनाख्त के लिए पुलिस चौकी में गुप्त रूप से बुलाकर चोरों को पकड़ा जा सकता है। इस तरह से कई मामलों से पर्दा उठ सकता है अन्यथा मात्र केस दर्ज करने से चोरों के हौसले बुलंद हो रहे हैं और कुछ अंतराल के बाद वे उसी ही गांव में सेंध लगा रहे हैं।
वहीं, पुलिस चौकी प्रभारी पंचरुखी भूप सिंह सैन ने बताया कि अन्य राज्यों से आने वाले मजदूरों को पंजीकरण किया जाता है। जो क्षेत्र छोड़ कर चले जाते हैं वे अपना नाम कटवाकर ही जाते हैं। भरवाना में हुई चोरी के आरोपियों तक पुलिस पहुंच गई है शीघ्र ही वे गिरफ्त में होंगे।