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आत्मबल ही सफलता की कुंजी : संत गुरमीत

By Edited By: Published: Mon, 22 Sep 2014 01:09 AM (IST)Updated: Mon, 22 Sep 2014 01:09 AM (IST)
आत्मबल ही सफलता की कुंजी : संत गुरमीत

जागरण संवाददाता, पालमपुर : शाह सतनाम जी सचखंड धाम सच्चा सौदा चच्चिया में पूज्य संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी ने कहा कि इंसान को मालिक की बनाई सृष्टि से नि:स्वार्थ भावना से प्यार करना चाहिए। इंसान को हर किसी के दुख-दर्द में शरीक होकर उसे दूर करने की यथासंभव कोशिश करनी चाहिए। यही सच्ची इंसानियत है। संत रविवार को आश्रम में आस-पास से पहुची साध-संगत को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि जब भी आप किसी व्यक्ति को बुराइयों व नशों से हटाकर मालिक के नाम के साथ जोड़ते हैं, तो आप उस जीव के लगातार संपर्क में रहते हुए उसे सत्संग, सुमिरन व मानवता भलाई के कार्यो में साथ लेकर चले। पूज्य गुरु ने कहा कि ऐसा करने पर केवल आप ही नहीं, बल्कि आप की पीढि़या भी मालिक की खुशियों का हकदार बनेंगी। नाम की महिमा के बारे में बताते हुए कहा कि नाम की महिमा अपरंपरा है। जब भी जीव मालिक के नाम से जुड़कर उसका लगातार अभ्यास करता है, तो उसका आत्मबल इतना बढ़ जाता है कि सफलता उसके कदम चूमने लगती है। आत्मबल ही सफलता की कुंजी है। डेरा सच्चा सौदा के प्रवक्ता पवन ने बताया कि 23 सितंबर को पावन गुरुगद्दी दिवस पर पूज्य गुरु यहा रूहानी सत्संग करेंगे और नए नाम अभिलाषी जीवों को गुरुमंत्र भी देंगे।


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