फतेहपुर में खेतों की प्यास बुझाऐंगे 45 नलकूप
संवाद सहयोगी, नूरपुर : आइपीएच वृत नूरपुर के तहत फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में प्यासे खेतों की प्यास शीघ्र बुझने वाली है। सरकार की ओर से फतेहपुर क्षेत्र में खेतों की प्यास को बुझाने के लिए लगभग 23 करोड़ रुपये की लागत से 45 नलकूप लगाए जा रहे है। इन नलकूपों की स्थापना से फतेहपुर क्षेत्र की लगभग 1125 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा मुहैया होगी। कांगड़ा जिले के निचले क्षेत्र के किसान व बागवान सिंचाई के लिए केवल इंद्र देवता पर ही निर्भर है। लेकिन सितंबर 2010 में तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने फतेहपुर क्षेत्र में 45 नलकूप स्वीकार किए थे। विभागीय जानकारी के अनुसार फतेहपुर क्षेत्र में 45 नलकूपों की ड्रिलिंग का काम लगभग पूरा हो चुका है, जबकि किसानों के खेतों में नालियां बनाने व पाइपें बिछाने का काम अभी शेष है।
जानकारी के अनुसार आदर्श आचार चुनाव संहिता के कारण जहां विभाग नालियां बनाने व पाइपें बिछाने की टेडर प्रक्रिया नहीं कर सका, वहीं किसानों द्वारा खेतों में फसल बीजने के कारण फिलहाल नालियां बनाने व पाइपें बिछाने का काम लटका हुआ है।
यहां लगेंगे नलकूप
फतेहपुर क्षेत्र में गांव परोल, जाट, सुनेहट-1, सुनेहट-2, गनोड़, गोली उपरली, हाड़ा-2, भरेता-2, परड़ा-2, टुटवां, बरोट-2, सनोरथ-2, गुजरां भट्ट, खुखनाड़ा-2, पट्टा-मनाहड़, मनोह-2, डोडा का मोच, जुलाहड़ अप्पर, चकवाड़ी, नारायणचां, चकवाड़ी-2, नकोदर, दलवाड़ा, लाड़थ, जगनोली-2, जगनोली-बांटा, मोच-2, सरेला, टकोली-1, टकोली-2, हाड़ाबुला, जखाड़ा, दियाड़ी तथा रैहन, गोलवां, लरुंह, कंदौर तथा छत्तर आदि गांवों में आइपीएच विभाग की ओर से नलकूप स्थापित करने का काम जारी है।
पाइपें विछाने का काम शुरू
आइपीएच वृत नूरपुर के अधीक्षण अभियंता राजेश बख्शी ने बताया कि फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र में लगने वाले सभी नलकूपों की ड्रिलिंग का काम पूरा हो चुका है तथा विभाग खेतों में नालियां बनाने व पाइपें बिछाने की प्रक्रिया में जुटा है। विभाग का यह प्रयास है कि आगामी वर्ष मार्च माह से पहले किसानों के खेतों में पानी की सुविधा प्रदान कर दी जाएगी।
नलकूप धूमल की देन
जिला परिषद के वाईस चेयरमैन जगदेव सिंह, नूरपुर जिला भाजपा लीगल सैल के संयोजक अधिवक्ता अजय पठानिया तथा फतेहपुर मंडल भाजपा के उपाध्यक्ष मास्टर फौजा सिंह ने बताया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने फतेहपुर क्षेत्र के लिए 45 नलकूप मंजूर किए थे, ताकि किसानों को सिंचाई की सुविधा मिल सके। कांग्रेस सरकार डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में नलकूपों का काम पूरा करने में नाकाम रही है।