बारिश ने छीनी छत, खुले आसमान का सहारा
संदीप/हरभजन,देहरा/परागपुर
बरसात के पानी ने गरली के डांगड़ा निवासी विजय कुमार के घर की नींव हिला दी है। गरीब परिवार विजय कुमार परिवार के साथ भरी बरसात में खुले आसमां तले टेंट तले सिर छिपाने को मजबूर है। विजय परिवार सहित जर्जर हो चुके इस मकान से जरूरत का कुछ सामान निकालकर एक टेंट में जीवन यापन कर रहा है। खुले आसमान के नीचे टेंट लगाकर जीने पर मजबूर इस परिवार को प्रशासन की तरफ से मदद मिलने का इंतजार है। जानकारी के अनुसार पिछले दिनों हुई भारी बरसात के कारण पानी के भारी बहाव से विजय कुमार के कच्चे घर की दीवार के साथ लगती जमीन धंस गई, इस जमीन ने नाले का रूप ले लिया। बाद में धूप निकलने के बाद विजय कुमार के कच्चे मकान की दीवारें धीरे-धीरे फटना शुरू कर दिया। तीन-चार दिनों में इस मकान की दीवारें बुरी तरह फट चुकी हैं। विजय अपने नन्हे बच्चों के साथ बरसात के इस मौसम में तिरपाल के नीचे सिर छुपाने को मजबूर है।
वहीं, विजय ने बताया कि वह गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों की सूची में चयनित है। पूर्व में भी बड़ी मुश्किल से वह सरकार की तरफ से मिलने वाले अनुदान से अपने परिवार के सदस्यों के लिए सिर छुपाने के लिए एक कच्ची छत का इंतजाम करने में सफल हो पाया था, लेकिन अब प्रकृति के इस प्रकोप ने एक बार फिर उसके एवं एवं उसके सिर से छत का साया छीन लिया है। गरीब विजय ने प्रशासन से उसे हुए नुकसान के बदले उचित आर्थिक सहायता मुहैया करवाने की मांग की है।