नादौन अस्पताल फैला रहा गंदगी
संवाद सहयोगी, नादौन : दूसरों के लिए स्वच्छता अभियान का पाठ पढ़ाने वाले नादौन अस्पताल के खुले पड़े सेप
संवाद सहयोगी, नादौन : दूसरों के लिए स्वच्छता अभियान का पाठ पढ़ाने वाले नादौन अस्पताल के खुले पड़े सेप्टिक टैंक ने दूसरों को नसीहत खुद मियां फजीहत की कहावत चरितार्थ कर दी है। यही नहीं इस खुले सेप्टिक टैंक से निकलने वाली गंदगी साथ बह रही मान खड्ड में मिलने के बाद ब्यास नदी के पानी को भी गंदा कर रही है, जिससे उच्च न्यायालय के दिशानिर्देशों का भी उल्लंघन हो रहा है। हालांकि अस्पताल में सफाई के लिए धन की कमी नहीं है।
इस अस्पताल की साफ-सफाई के लिए प्रतिमाह 1.59 लाख के करीब खर्च किए जा रहे हैं। फिर भी ठेकेदार द्वारा नियमों का उल्लंघन करते हुए मशीनों द्वारा सफाई न करवाकर पुराने तरीके से ही काम चलाया जा रहा है। जबकि ठेका देते समय रखी गई शर्त के अनुसार ठेकेदार सफाई का तमाम सामान उपलब्ध करवाते हुए मशीनों द्वारा काम करवाएगा। हैरानी की बात है कि हर माह इतनी राशि सफाई पर खर्च की जा रही है फिर भी सफाई की मशीनें ठेकेदार ने उपलब्ध नहीं करवाई है। नियमानुसार अस्पताल में हर आठ बेड पर एक सफाई कर्मचारी तैनात रहता है जबकि यहां चार कर्मचारी सारे अस्पताल परिसर की सफाई पर लगाए गए हैं। वहीं दूसरी ओर नगर-पंचायत सात वार्डो की सफाई के लिए 1.30 लाख रुपये में ठेकेदार द्वारा 18 सफाई कर्मचारी हर माह उपलब्ध करवा रहा है। हैरानी की बात है कि प्रदेश उच्च न्यायालय ने नदियों व खड्डों में प्रदूषित तथा सेप्टिक टैंक का गंदा पानी मिलाने पर सख्त प्रतिबंध लगा रखा है। परंतु नादौन अस्पताल में इन आदेशों का पालन नहीं करवाया जा रहा है। स्थानीय लोगों संदीप भाटिया, केशव गोस्वामी, पवन शर्मा, नीरज जैन, संजीव सेठी, नितन पुरी, राकेश आदि ने प्रशासन से मांग की है इस समस्या का शीघ्र समाधान किया जाए। उधर, रोगी कल्याण समिति के अध्यक्ष एवं एसडीएम नादौन अमित मेहरा ने बताया कि समस्या आज ही उनके ध्यान में लाई गई है जिसकी जांच करवा कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। जिला चिकित्साधिकारी सवित्री कटवाल ने बताया कि इस संबंध में जांच करवाई जाएगी।