बिना उपकरण वनों की सुरक्षा को मजबूर फायर वाचर
संवाद सहयोगी, बड़सर : भले ही वन विभाग ने फायर वाचरों की नियुक्तियां कर दी हों, लेकिन हर साल वनों में
संवाद सहयोगी, बड़सर : भले ही वन विभाग ने फायर वाचरों की नियुक्तियां कर दी हों, लेकिन हर साल वनों में आग से वन विभाग को करोड़ों रुपये की चपत लग रही है, लेकिन विडंबना है कि वन विभाग हर वर्ष नाममात्र फायर वाचरों की नियुक्ति करके औपचारिकता निभाता आया है, जबकि आग से हर वर्ष लाखों रुपये की वन संपदा राख हो जाती है। बड़सर व बिझड़ी वन परिक्षेत्र के जंगल हर वर्ष जलते हैं, लेकिन हैरत की बात है कि इसके बावजूद वन विभाग ने यहां मात्र 15 फायर वाचरों की तैनाती की है, जबकि वन विभाग को हर वीट में तीन फायर वाचरों की नियुक्ति करना लाजिमी है, हालांकि इससे पहले विभाग ने 26 फायर वाचरों की नियुक्ति करता था, लेकिन इस बार 15 फायर वाचरों की ही नियुक्ति की है। जंगलों की सुरक्षा करने वाले फायर वाचरों के पास आग बुझाने के उपकरणों का भी टोटा है। इससे फायर वाचरों को आग से वनों को बचाना चुनौती बना हुआ है।
लोगों का सहयोग जरूरी
डीएफओ हमीरपुर आरसी गोमा ने कहा कि किसानों की आरे से जंगलों में घास उगाने के चक्कर में आग लगाने की कई शिकायतें आई हैं, जो कानूनन अपराध है। ऐसा कोई व्यक्ति पकड़ा गया तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। आग बुझाने में लोगों का सहयोग जरूरी है।