झरमानी के जंगल में लाखों की वन संपदा राख
संवाद सहयोगी, गलोड़ : उपतहसील गलोड़ के अंतर्गत झरमानी के जंगल आग से धधक रहे हैं। विभाग की ओर से जंगलों
संवाद सहयोगी, गलोड़ : उपतहसील गलोड़ के अंतर्गत झरमानी के जंगल आग से धधक रहे हैं। विभाग की ओर से जंगलों को हर वर्ष गर्मियां शुरू होने से पहले बचाने के लिए कसरत की जाती है, मगर ऐसा प्रतीत होता है कि विभागीय कार्रवाई मात्र दिखावा ही नजर आ रही है। प्रतिदिन क्षेत्र के किसी न किसी जंगल में आग लगना आम बात हो गई है। चार दिन पहले जसाई, बैहरड़ व टियालू के साथ जंगलों में आग लगी रही। बुधवार को झरमानी के जंगल भी आग की भेंट चढ़ गए व लाखों की वन संपदा राख हो गई। पर्यावरण प्रेमी विनोद पठानिया ने कहा कि वन विभाग को जंगलों को आग से बचाने के लिए ठोस नीति बनानी चाहिए, ताकि हिमाचल के पहाड़ों की शान हमारे जंगल सुरक्षित रह सकें। गांववासियों को भी चाहिए कि वह जंगलों को आग से बचाएं।
आग पर पा लिया गया है काबू
बड़सर के रेंज अधिकारी तरसेम चंद ने बताया कि विभाग आग लगने की पूरी पड़ताल कर रहा है। उन्होंने कहा कि लोग घासनियों में साफ-सफाई कर रहे हैं और उसे जलाने के लिए आग लगा रहे हैं। आग के फैल जाने के बाद चले जाते हैं, जोकि कानूनी अपराध है। झरमानी के जंगल में लगी आग पर काबू पा लिया गया है।