साहब! इस बावड़ी का क्या कसूर
-पनसाई में पुली के निर्माण कार्य के बाद बावड़ी के आगे फेंका मलबा -सौ साल पुराने प्राकृति जलस्त्रोत
-पनसाई में पुली के निर्माण कार्य के बाद बावड़ी के आगे फेंका मलबा
-सौ साल पुराने प्राकृति जलस्त्रोत पर मंडराया खतरा
संवाद सहयोगी, कांगू : लोक निर्माण विभाग की लापरवाही से सौ साल पुराने प्राकृतिक स्त्रोत पर खतरा मंडरा गया है। पनसाई-धनेटा मार्ग पर पनसाई गांव में स्थित बावड़ी अब तरणताल बन चुकी है। यहां पर पिछले साल पुली क्षतिग्रस्त हो गई थी, लेकिन अब नई पुली बनाने के बाद भी बावड़ी के आगे फेंका मलबा नहीं हटाया गया है। हालांकि पिछले साल ही पंचायत की ओर से बावड़ी की मरम्मत कार्य पर लाखों रुपये खर्च किए थे, लेकिन लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी बावड़ी का पानी पीने योग्य नहीं रहा है। लोक निर्माण विभाग व पुली के निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार की लापरवाही के कारण लोगों को पेयजल से वंचित रहना पड़ रहा है। बावड़ी के पास बनी सड़क से रोजाना पंचायत प्रतिनिधि भी गुजरते हैं, लेकिन उनकी चुप्पी पर भी लोग सवाल उठा रहे हैं। लोगों कहना है कि लुप्त हो रहे प्राकृति जलस्त्रोतों के रखरखाव के लिए जहां सरकार लाखों रुपये खर्च कर रही है वहीं इस तरह से विभागीय लापरवाही के कारण इनकी हालत दयनीय बनी हुई है। गौर रहे कि पिछले साल धनेटा-पनसाई मार्ग पर बनी पुली ध्वस्त हो गई थी, एक साल की लेटलतीफी के बाद पुली का निर्माण कार्य तो पूरा हुआ लेकिन दोनों ओर कच्ची सड़क वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। इसके अलावा पुली का मलबा बावड़ी के आगे फेंकने से सारा पानी दूषित हो गया है। स्थानीय निवासी मानचंद, राकेश, दिनेश व अजय का कहना है कि एक ओर प्रदेश में जहां सड़कों की चौड़ाई बढ़ाई जा रही है वहीं यहां बनी पुली काफी संकुचित बनाई गई है। उन्होंने कहा कि विभाग को बनाने से पहले इस ओर भी ध्यान देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि अगर तीन दिन के अगर बावड़ी साफ नहीं की गई तो लोकनिर्माण विभाग के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने इस मामले में स्थानीय विधायक विजय अग्निहोत्री से भी हस्तक्षेप का आग्रह किया है ताकि वर्षो पुरानी बावड़ी को सहेजा जा सके।
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एक सप्ताह के भीतर साफ होगा बावड़ी : एसडीओ
इस बाबत जब लोक निर्माण विभाग के एसडीओ दीपक कपिल के साथ बातचीत की गई तो उन्होंने माना कि पुली के निर्माण कार्य के दौरान मलबा बावड़ी के आगे फेंका गया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही बावड़ी के आगे का मलबा हटाकर उसे साफ करके पुराने रूप में लौटाया जाएगा।