बडैहर जंगल को निगलने लगा कूड़ा
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : भोरंज उपमंडल में स्वच्छता पर कूड़े के ढेर गंदगी का दाग लगा रहे हैं। निर्मल
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : भोरंज उपमंडल में स्वच्छता पर कूड़े के ढेर गंदगी का दाग लगा रहे हैं। निर्मल भारत मुहिम में कदमताल तो दूर की बात घरों व दुकानों की गंदगी को भी जंगलों में फेंका जा रहा है। उपमंडल के बडैहर जंगल को धीरे-धीरे कूड़ा निगलने लगा है। इस जंगल से सटे इलाकों के कुछ लोगों ने पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को पैरों तले रौंदते हुए जंगल को ही कूड़ादान बना दिया है। आलम यह है कि जंगल में जगह-जगह कूड़ा बिखरा हुआ है। यह सिलसिला लंब से जारी है लेकिन प्रशासन बना मूक दर्शक व संबंधित विभाग पर भी इस पर गंभीर होता नहीं दिख रहा है।
भोरंज उपमंडल की ग्राम पंचायत बडैहर के जंगल में कुछ दुकानदार चोरी छिपे रात को दुकानों का कूड़ा फेंक रहे हैं। कूड़ा ठिकाने के लिए बने नियमों को दरकिनार किया जा रहा है। कूड़ा ककर्ट दुकानदार निर्धारित डं¨पग साइट में नहीं फेंक रहे हैं। रात के अंधेरे में कुछ दुकानदार गांव के त्रिलाकपुर जंगल में कूड़ा के ढेर लगा दे रहे हैं। इससे सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए छेड़े गए अभियानों को झटका लग रहा है।
ग्राम पंचायत बडैहर के उपप्रधान विजय कुमार ने खुलासा करते हैं कि कुछ लापरवाह दुकानदारों के कारण आज यह स्थिति बनी हुई है। हर रोज दुकानदार अपनी दुकान का कूड़ा साथ लगते जंगल में फेंक रहे हैं। इससे एक तो गांव में गंदगी फैली है, वहीं जंगल का स्वच्छ वातावरण खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। बडैहर पंचायत के ग्रामीण दुकानदारों के इस रवैया से आक्रोशित हैं। लोग उन्हें आकेर शिकायत कर रहे हें कि भरेड़ी की तरफ से कुछ दुकानदारों ने इस कूड़े कचरे को फेंका है। उन्होंने एसडीएम भोरंज से गुहार लगाई है कि जंगल में इस तरह खुले में कूड़ा कचरा फेंकने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने ग्रामीणों को कहा कि वे जंगल में चोरी छिपे कूड़ा फेंकने वाले दुकानदारों पर कड़ी नजर रखें ताकि पता चलने पर उनके खिलाफ पंचायत की ओर से भी कार्रवाई अमल में लाई जा सके।
उपायुक्त हमीरपुर रोहन चंद ठाकुर का कहना है कि जंगल में कूड़ा कचरा फेंकने वालों के खिलाफ प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा। जो भी दुकानदारन बडैहर के जंगल में कूड़ा फेंकता हुआ पाया जाता हैं तो नियमानुसार प्रशासन आगामी कार्रवाई को अंजाम देगा। लोग स्वच्छता का महत्व समझें और इस तरह जंगल में कूड़ा फेंककर पर्यावरण को प्रदूषित न करें।