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नवोदय स्कूल के फरमान से विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर

संजय गोस्वामी, बड़सर भोरंज विकास खंड के जवाहर नवोदय विद्यालय तरक्वाड़ी के तुगलकी फरमान से लगभग 2

By Edited By: Published: Wed, 04 Mar 2015 08:47 PM (IST)Updated: Wed, 04 Mar 2015 08:47 PM (IST)
नवोदय स्कूल के फरमान से 
विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर

संजय गोस्वामी, बड़सर

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भोरंज विकास खंड के जवाहर नवोदय विद्यालय तरक्वाड़ी के तुगलकी फरमान से लगभग 20 विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर है। इन विद्यार्थियों को स्कूल में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। विद्यार्थियों का कसूर यह है कि वे बिना बताए स्कूल कैंपस से बाहर चले गए थे तथा एक घंटे बाद स्कूल परिसर में वापस आ गए। लेकिन स्कूल प्रशासन को इस बात का पता चलने पर उन्हें स्कूल में प्रवेश से मना किया जा रहा है।

बड़सर उपमंडल के अभिभावकों रविंद्र ¨सह, भागी रथ आदि ने बताया कि स्कूल प्रशासन की कोताही के चलते बच्चों के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है जबकि नवोदय स्कूल में वार्षिक परीक्षाएं भी शुरू होने वाली हैं। स्कूल प्रशासन बच्चों के स्कूल में प्रवेश न करने पर अड़ गया है।

बच्चों के अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन से वार्षिक परीक्षाएं शुरू होने का हवाला देकर बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिए जाने की कई बार फरियाद की लेकिन स्कूल प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी। ऐसे में अब अभिभावक बच्चों के भविष्य के प्रति ¨चतित हो गए हैं।

गौरतलब है कि 20 फरवरी को रात साढ़े दस बजे दसवीं व ग्यारहवीं कक्षा के लगभग 20 विद्यार्थी बिना बताए स्कूल कैंपस से बाहर चले गए थे तथा एक घंटे बाद स्कूल परिसर में वापस आ गए। वहीं स्कूल प्रशासन को जब पता चला कि विद्यार्थी रात को स्कूल कैंपस से बाहर चले गए थे तो प्रशासन ने कुछ अभिभावकों को फोन पर सूचना देकर बच्चों को घर ले जाने पर जोर डाला। कुछ अन्य अभिभावक जब हर बार की तरह रविवार को बच्चों से मिलने आए तो प्रशासन ने बच्चों को जबरन अभिभावकों के साथ भेज दिया। हालांकि बच्चों व अभिभावकों ने दोबारा ऐसा न किए जाने का आश्वासन दिया व माफी मांगी लेकिन स्कूल प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी तथा बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी से पूरी तरह पल्ला झाड़ कर बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी अभिभावकों को स्वयं उठाने को कहा। सवाल यह भी है कि रात के समय बच्चे स्कूल कैंपस के बाहर कैसे चले गए। क्या बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्कूल प्रशासन की नहीं बनती थी। इस घटना ने जहां स्कूल प्रबंधन की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है वहीं स्कूल में पढ़ रहे अन्य बच्चों के अभिभावक भी स्कूल की अव्यवस्था व बच्चों की सुरक्षा के प्रति ¨चतित हो उठे हैं।

जवाहर नवोदय विद्यालय तरक्वाड़ी के प्रधानाचार्य अंवेश कुमार ने इस मामले पर कोई भी टिप्पणी करने से इन्कार किया और कहा कि इस बारे बाद में बात करूंगा।

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इस संबंध में कोई शिकायत नहीं आई है। लेकिन यदि ऐसा है तो यह गंभीर मामला है। प्रधानाचार्य से बात की जाएगी। बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ नहीं होने देंगे।

राकेश शर्मा, एसडीएम भोरंज।


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