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नादौन में मिली तूड़ी की समस्या से निजात

संवाद सहयोगी, नादौन : उपमंडल नादौन के पशुपालकों को अब तूड़ी की समस्या से निजात मिलेगी। हिमाचल प्रदेश

By Edited By: Published: Fri, 30 Jan 2015 09:25 PM (IST)Updated: Fri, 30 Jan 2015 09:25 PM (IST)
नादौन में मिली तूड़ी की समस्या से निजात

संवाद सहयोगी, नादौन : उपमंडल नादौन के पशुपालकों को अब तूड़ी की समस्या से निजात मिलेगी। हिमाचल प्रदेश राज्य दुग्ध उत्पादक प्रसंघ ने किसानों को पशुचारे की समस्या से निजात दिलाने के लिए कंप्रेस्ड चारे की आपूर्ति आरंभ कर दी है। इसकी खेप दुग्ध अभिशीतन केंद्र गगाल (नादौन) के गोदाम में पहुंच गई है।

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मिल्कफेड के निदेशक कृष्णदत्त गौतम व दुग्ध अभिशीतन केंद्र नादौन के प्रभारी आरसी पटियाल ने बताया कि कंप्रेस्ड की हुई तूड़ी के बैग का भार 24 किलोग्राम है। इसकी कीमत प्रति बैग 240 रुपये है। तूड़ी को जायकेदार बनाने के लिए कई तरह के मिश्रण किए गए हैं। तूड़ी की पै¨कग के लिए छोटे बैग प्रयोग में लाए गए हैं जिन्हें कहीं लाना व ले जाना और पशुओं को डालना बहुत आसान है। इस तूड़ी के फैलाव को कम किया गया है। इस कारण 24 किलोग्राम तूड़ी एक ही बैग में आ जाती है। ये बैग बहुत कम जगह में रखे जा सकते हैं। ट्रायल के आधार पर इस नए पशुचारे की आपूर्ति देहरादून से की जा रही है। इसके बाद ऊना जिला के झलेड़ा में बन रहे नए संयंत्र से विभाग द्वारा इसकी आपूर्ति शीघ्र की जाएगी। उन्होंने बताया कि पशुपालकों में इस नए चारे को लेकर काफी उत्साह है। यदि यह प्रयोग सफल रहा तो किसानों को हर वर्ष आने वाली पशुचारे की समस्या से काफी राहत मिलेगी। अन्य प्रदेशों से तूड़ी बेचने वाले व्यापारियों द्वारा तोल-मोल के आधार पर किसानों को चूना लगाने की शिकायतों पर भी अंकुश लग जाएगा। कंप्रेस्ड तूड़ी की आपूर्ति प्रदेशभर में पूरे वर्ष की जाएगी। इससे किसानों को हर समय कंप्रेस्ड तूड़ी उपलब्ध होगी।


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