एकजुटता से ही दूर होगा आतंकवाद
संवाद सहयोगी, गलोड़ : आज पूरी दुनिया आतंक के साये में जीने को मजबूर है। पेशावर में मारे गए मासूम स्कू
संवाद सहयोगी, गलोड़ : आज पूरी दुनिया आतंक के साये में जीने को मजबूर है। पेशावर में मारे गए मासूम स्कूली बच्चों पर दुनिया आंसू बहा रही है। पेशावर में स्कूली बच्चों को मारने की वारदात पर दैनिक जागरण ने स्कूल मुखियाओं व अन्य लोगों से चर्चा की।
आतंकवाद को सभी देश मिल-जुलकर ही मिटा सकते हैं। आंतक पर काबू पाया जाना चाहिए। पूरा विश्व पेशावर में स्कूली बच्चों को मारने से आहत है।
ध्रुव ¨सह राणा
पेशावर में स्कूली बच्चों पर गोलियां बरसाना कायरतापूर्ण कार्य था। इस तरह के हादसे से आहत हूं। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्ती से पेश आना चाहिए।
मधु शर्मा
आतंकवाद के खात्मे के लिए शिक्षा क्षेत्र में पाकिस्तान को परिवर्तन करने होंगे। आज विश्व में जितनी भी इस तरह की वारदातें हुई हैं, उसके तार पाकिस्तान से जुड़े हैं।
सुभाष चंद
जो लोग बेहतर शिक्षा व संस्कार नहीं दे सकते, उनकी निंदा होनी चाहिए। जो कुछ मासूम स्कूली बच्चों के साथ हुआ, वह किसी भी धर्म के खिलाफ है।
रवि प्रकाश
सैनिक स्कूल में बच्चों को मारना अति निंदनीय है। इस तरह के कृत्यों को स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। विश्व को एकजुट होकर आतंकवाद पर शिकंजा कसने का समय आ गया है।
रविंद्र कुमार लखनपाल
आतंकवाद के खिलाफ ठोस नीति बनाने की आवश्यकता है ताकी लोग सुख-चैन से रह सकें। पेशावर में स्कूली बच्चों की हत्या निंदनीय है।
नवीन शर्मा