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प्रशासन ने रवैया नहीं बदला तो नहीं लगाए जाएंगे लंगर : गौतम

By Edited By: Published: Mon, 28 Jul 2014 08:00 PM (IST)Updated: Mon, 28 Jul 2014 08:00 PM (IST)
प्रशासन ने रवैया नहीं बदला तो नहीं लगाए जाएंगे लंगर : गौतम

संवाद सहयोगी, नादौन : श्री मणिमहेश लंगर एसोसिएशन की बैठक सोमवार को स्थानीय यशपाल साहित्य सदन में हुई। जिसकी अध्यक्षता श्री मणिमहेश लंगर एसोसिएशन बिलासपुर के अध्यक्ष हरिमोहन गौतम ने की । इस बैठक में प्रदेश की विभिन्न मणिमेहश लंगर एसोसिएशन ने भाग लिया जिनमें भोले शकर सेवा दल भराड़ी के बृज लाल, श्री शकर सेवा दल सुंदर नगर के अध्यक्ष राम स्वरूप शर्मा, मणिमहेश सेवा समिति त्रिफालघाट के अध्यक्ष किशोरी लाल, सुंदरासी मणि महेश लंगर सेवा नादौन के नवल अवस्थी, जयभोले मणि महेश समिति के राजेश शर्मा, श्री भोले मणि महेश सेवा समिति के विजय कुमार, मणिमहेश सेवा संस्था के राज कुमार के अलावा संजीव सिंगला, तरुण कपिल, अजय सौंधी, अनिल कुमार सौंधी, आदर्श कपिल, राजीव कुमार, पुष्पेंद्र शर्मा, मोती जोशी, राजेश शर्मा, विजय कुमार आदि ने भाग लिया। बैठक में सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव में कहा गया है श्री मणिमहेश यात्रा शुरू होने से पूर्व मणि महेश में लंगर लगाने वाली संस्थाओं की जिला प्रशासन चंबा द्वारा बैठक बुलाकर विस्तार से चर्चा की जाती रही है लेकिन इस बार प्रशासन का रवैया नाकारात्मक दिखाई दे रहा है। अभी तक लंगर लगाने वाली संस्थाओं की बैठक तक नहीं बुलाई गई है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। हरि मोहन गौतम ने जिला प्रशासन को चेताया कि यदि प्रशासन ने अपना रवैया नहीं बदला तो हर वर्ष की भाति इस बार प्रशासन ने मणि महेश के लोकल प्रशासन को अगाह किया गया है कि यदि प्रशासन ने लंगर लगाने वाली संस्थाओं के प्रति सहानुभूतिपूर्वक रवैया नहीं अपनाया तो लंगर लगाने वाली संस्थाएं कहीं भी लंगर सेवा नहीं लगाएंगी। गौतम व कोषाध्यक्ष ओंकार शर्मा ने बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए जिला प्रशासन को चेताया कि श्री मणिमहेश यात्रा के दौरान यदि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा या क्षति पहुंचती है तो इसके लिए प्रशासन व सरकार जिम्मेदार होगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन लंगर लगाने वाली समितियों से सहयोग करने की बजाए दस हजार रुपये प्रति लंगर जमा करवाने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि लंगर समितियों की ओर से खाना, दवाइयां, यात्री विश्राम एवं शौचालय आदि की व्यवस्था निशुल्क सेवा के तौर पर की जाती है लेकिन प्रशासन सहयोग की बजाए टैक्स लगाया जा रहा है जो उचित नहीं है। यात्रा के दौरान लाखों शिव भक्तों का जिम्मा छोटे-छोटे टैटों पर नहीं छोड़ा जा सकता है। इस लिए सरकार व जिला प्रशासन से माग की है कि दस हजार रुपये नकद की बजाए लंगर लगाने वाली संस्थाओं को साफ सफाई, बिजली व्यवस्था व शौचालय व्यवस्था आदि की जिम्मेदारी दी जाए।

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इस बारे में भरमौर के उपमंडल अधिकारी नागरिक जितेंद्र कुमार ने कहा कि श्री मणिमहेश यात्रा के दौरान लंगर लगाने वाली संस्थाओं की बैठक चार अगस्त को भरमौर में बुलाई गई है। लंगर लगाने वाली संस्थाओं की मागों बारे उस बैठक में चर्चा की जाएगी।


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