जिले में बच्चों के शोषण के वर्ष में 224 मामले
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : जिला कांगड़ा में चाइल्ड लाइन के पास वर्ष में बच्चों के शोषण के 224 मामले आए
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : जिला कांगड़ा में चाइल्ड लाइन के पास वर्ष में बच्चों के शोषण के 224 मामले आए हैं। उपरोक्त 224 मामलों में से चिकित्सा से संबंधित 11, आश्रय से संबंधित 33, पुन: घर वापसी के तीन, शोषण से संरक्षण के दो, बाल मजदूरी के छह, शारीरिक शोषण के 30, यौन शोषण के चार, बाल विवाह का एक, स्पॉंसरशिप के चार, बाल अपराध का एक, गुमशुदगी के नौ, भावनात्मक सहारे एवं मार्गदर्शन के 110 तथा बाल भिक्षावृत्ति के 10 मामले शामिल हैं। वर्ष 2015-17 के दौरान ऐसा कोई भी माह नहीं रहा है, जिसमें मामला न आया हो। अप्रैल में 10, मई में 18, जून में 12, जुलाई में 14, अगस्त में 33, सितंबर में 25, अक्टूबर में 17, नवंबर में 26, दिसंबर में 25 मामले पंजीकृत हुए, जबकि जनवरी 2017 में आठ, फरवरी में 12 तथा मार्च में 24 मामले पंजीकृत हुए। चाइल्ड लाइन कांगड़ा के निदेशक रमेश मस्ताना के मुताबिक कांगड़ा में आए 224 मामलों को लेकर 2277 लोगों ने टॉल फ्री 1098 का प्रयोग किया है। प्रदेश की अग्रणी स्वयंसेवी संस्था उत्थान महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सौजन्य एवं चाइल्ड लाइन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से 18 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों की सुरक्षा व संरक्षण के लिए कार्य कर रही है। वर्ष 2011 में जिला में यह सेवा उनकी संस्था के माध्यम से शुरू की गई थी और पिछले छह वर्षो में 1600 मामले आए हैं।