जियो टैगिंग में कांगड़ा देशभर में अव्वल
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत विकास क
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत विकास कार्यो को जियो टैगिंग करने वाला कांगड़ा देशभर का पहला जिला बन गया है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह 18 जनवरी को सुबह साढ़े 9 बजे कैबिनेट मीटिंग हॉल में जिलेभर के सभी विकास खंड अधिकारियों को इस कार्य को अंजाम तक पहुंचाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
हालांकि देश के अधिकांश राज्यों में मनरेगा के तहत विकास कार्यो को सितंबर में ही जियो टैगिंग करना शुरू हो गया था जबकि कांगड़ा में इस दिशा में यह काम दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में पूर्ण रूप से शुरू हो पाया था। सबसे बड़ी बात तो यहां रही है कि जहां जिला कांगड़ा कार्यो को जियो टैगिंग करने वाला देश का पहला जिला बना है, वहीं इससे पूर्व पंचरुखी ब्लॉक को देश का पहला ब्लॉक बनने का गौरव प्राप्त हुआ था।
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यह है जियो टैगिंग
भुवन एप के तहत मनरेगा के तहत हुए विकास कार्य को फोटो समेत कार्य स्थल, पंचायत, गांव का नाम व कितनी धनराशि खर्च हुई है, के साथ अपलोड किया गया है, ताकि ऑनलाइन कोई भी कहीं से भी इसे देख सके और कोई भी त्रुटि या शिकायत उसके जेहन में उठे तो वह उसे तुरंत प्रशासनिक अधिकारियों को कर सके।
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यह है उद्देश्य
मनरेगा के तहत जियो टैगिंग का उद्देश्य विकास कार्यो में पारदर्शिता लाना है। भविष्य में जिस स्थान पर पहले ही विकास कार्य हो चुका हो, वहां दोबारा कार्य न करवाया जा सके, ताकि सरकारी धन का दुरुपयोग न हो सके।
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'जिला कांगड़ा में मनरेगा विकास कार्यो को जियो टैगिंग किए जाने का लक्ष्य एक माह के दौरान पूरा कर लिया गया है। हालांकि अधिकांश राज्यों में सितंबर में ही जियो टैगिंग के क्षेत्र में कार्य शुरू हो गया था। इसमें तमाम बीडीओ समेत अधिकारियों व कर्मचारियों का योगदान रहा है।'
-डॉ. ऋचा वर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त कांगड़ा।
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'कैबिनेट हॉल में तमाम बीडीओ को मुख्यमंत्री प्रोत्साहित करेंगे। जियो टैगिंग करने वाला जिला कांगड़ा देश का पहला जिला बना है। यह जिलावासियों सहित प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए गौरव का विषय है।'
-सीपी वर्मा, उपायुक्त कांगड़ा।