अंतरराष्ट्रीय महोत्सव में दिखेगी पहाड़ी संस्कृति की झलक
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव-2014 का आयोजन 30 अक्टूबर से दो नवंबर तक होगा। म
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव-2014 का आयोजन 30 अक्टूबर से दो नवंबर तक होगा। मैक्लोडगंज में होने वाले चार दिवसीय महोत्सव में पहली बार पहाड़ी संस्कृति की झलक भी देखने को मिलेगी। इस दौरान विश्वभर के प्रसिद्ध फिल्म निर्माता फिल्में प्रदर्शित करने के लिए पहुंचेंगे।
भारत की ऑस्कर नामित 'लयार्स डायस' और पाकिस्तान की 'जिंदा भाग' फिल्म के अलावा निर्देशक व अभिनेता रजत कपूर की 'आखों देखी' भी महोत्सव की मुख्य आकर्षण रहेंगी। 'आखों देखी' फिल्म में एक ऐसे युवक की कहानी है, जोकि कभी झूठ नहीं बोलता।
इस महोत्सव की शुरुआत 2012 में धर्मशाला निवासी पहाड़ी फिल्म निर्माता रितू सरेन और तेजिंग सोनम ने की थी। इसमें पहाड़ों की स्वतंत्र फिल्मों को पहचान दिलाने के लिए फेस्टिवल में प्रदर्शित किया गया था। वहीं, 2012 व 2013 दो चरणों में ही फेस्टिवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुका है।
2014 में फिल्म समीक्षकों द्वारा सराही गई और अवार्ड विजेता फिल्मों का संग्रहण कर यहां 30 अक्टूबर से दो नवबर तक प्रदर्शित किया जाएगा। इसमें फिल्में, डाक्यूमेंटरी व एनिमेशन फिल्में प्रस्तुत की जाएंगी। महोत्सव का शुभारंभ फिल्म निर्माता रजत कपूर करेंगे।
मध्य पूर्व की फिल्म निर्माता नौरुझिम आस्कर के नामित फिल्म विनिंग रिटर्न टू होम वाय तलाल दर्की को प्रदर्शित करेंगे। वहीं, चैतन्य की डेव्यू, भूटान के निर्देशक नोरबूं की वारा, बंगाली फिल्म निर्माता क्यू नबरून की प्रीमियर, शबनम सुखदेव की डाक्यूमेंटरी द लास्ट एदेयू, पुष्पा रावत की निर्णय, हसल मेहता की सिटी लाइट, दंगोह और लहरीगत्सो की ए गेयर वार्डस टेलस और तिब्बत फिल्म निर्माता की ब्रिगिंग तिब्बत होम, स्विस फिल्म निर्माता मानो खलील की दी बीकीपर, अविनाश अरुण की किला, भारत की आस्कर नामित फिल्म लायर्स डायस फिल्म भी प्रदर्शित की जाएगी।
इसके अलावा डाक्यमेंटरी में टेन पिन-पिन टू सिंगापुर, थ्री लेटरस फार्म चाइना, उमेश कुलकर्णी और राम रेड्डी की लिटल हैडस, गीतांजलि की एनिमेशन फिल्म और नई फिल्म ट्रू लव स्टोरी सहित अन्य कई एनीमेशन फिल्में भी प्रदर्शित की जाएगी।
उभरते फिल्म निर्माताओं को भी मिलेगा मंच
अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव धर्मशाला में हिमाचली और देश के पहाड़ी क्षेत्रों के उभरते हुए फिल्म निर्माताओं को पहली बार मौका प्रदान किया जा रहा है। इसके लिए कुल 28 आवेदन आए हैं। ज्यूरी मेंबर बीना पोल, हसल मेहता और अनुपमा ने पांच आवेदन चयनित किए हैं, जिसमें हिमाचल प्रदेश की मुनमुन धलारिया, मणीपुर के अक्की, असम के किशोर नाथ, अरुणाचल प्रदेश के कमबोग दरग, लद्दाख समनला दोर्जे की फिल्म की फिल्में दिखाई जाएंगी।