आगे लगने पर करें 101 पर तुरंत फोन
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : कभी भी, कहीं भी आग लगने की घटना होती है, तो तुरंत अग्निशमन केंद्र को सूचना
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : कभी भी, कहीं भी आग लगने की घटना होती है, तो तुरंत अग्निशमन केंद्र को सूचना देनी चाहिए। इसके लिए लोग टोल फ्री नंबर 101 के अलावा विभाग के अन्य दूरभाष नंबरों पर भी सूचित कर सकते हैं, ताकि अग्निशमन केंद्र से फायर ब्रिगेड की गाड़ी को आग बुझाने के लिए भेजा जा सके और अग्निकांड से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।
यह परामर्श अग्निशमन केंद्र धर्मशाला के अग्रसर प्रशामक नितिन धीमान ने 'दैनिक जागरण' के सिटी ऑफिस धर्मशाला में सोमवार को आयोजित 'हेलो जागरण' कार्यक्रम के दौरान दूरभाष पर लोगों की अग्निशमन से संबधित समस्याओं को सुनने के दौरान दिया। कार्यक्रम के दौरान पूछे एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि कहीं से भी अग्निकांड की सूचना आती है, तो वहां पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी 10 से 15 मिनट में पहुंच जाती है। इसके लिए रोड क्लेयर होना आवश्यक है। कई बार रोड में जाम लगने के चलते वाहन के पहुंचने में देर लगती है। हालांकि फायर ब्रिगेड का यही प्रयास रहता है कि जितनी जल्दी गाड़ी घटनास्थल पहुंचे, ताकि आग से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके। वहीं, दीवाली के लिए दमकल विभाग के कर्मियों की छुट्टियां रद हो चुकी हैं और अग्निशमन केंद्र धर्मशाला में ही फायर ट्रेंड छह होमगार्ड भी बुलाए गए हैं, ताकि दीपावली पर कोई आगजनी की घटना हो तो तुरंत रोका काबू पाकर नुकसान को कम किया जा सके। वहीं, वर्षभर में फायर सीजन के अलावा दशहरा व दीपाली पर भी फायर ब्रिगेड कर्मियों की छुट्टियों को रद कर दिया जाता है। इस दौरान उन्होंने अग्निशमन केंद्र की कार्यप्रणाली से भी हेलो जागरण कार्यक्रम में अवगत करवाया। उन्होंने विभिन्न स्थानों से अग्निकांड के संबंध में पूछे गए सवालों का जवाब भी दिया।
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दीवाली पर खुले में ही फोड़ें पटाखे
'हैलो जागरण' कार्यक्रम से अग्निशमन केंद्र धर्मशाला के अग्रसर प्रशामक नितिन धीमान ने 23 अक्टूबर को होने वाले दीवाली पर्व पर लोगों को खुले स्थान पर पटाखे व आतिशबाजी करने की सलाह दी है। वहीं, उन्होंने ब्रांडेड कंपनियों के पटाखे जलाने की सलाह देने के साथ-साथ यह भी नसीहत दी है कि घर के पास पटाखे जलाते समय पानी की बाल्टी भरकर साथ रखे व बच्चों के पटाखे जलाते समय साथ रहे, ताकि कोई बड़ी घटना से बचा जा सके।
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पटाखे जलाते समय न करें ढीले कपड़ों का प्रयोग
पटाखे जलाते समय ढीले कपड़ों का उपयोग न करें बल्कि चुस्त-दुरुस्त कपड़े पहनें। वहीं रेशमी या नाइलॉन के कपड़ों का भी प्रयोग न करें। संभव हो सके तो सूती कपड़े ही पहने।