200 शौचालय निर्माण बाकी
जागरण संवाददाता, चंबा : सिक्किम के बाद हिमाचल प्रदेश देश का दूसरा खुला शौच मुक्त राज्य बनने की दि
जागरण संवाददाता, चंबा : सिक्किम के बाद हिमाचल प्रदेश देश का दूसरा खुला शौच मुक्त राज्य बनने की दिशा में अग्रसर हो चुका है। इस लक्ष्य को पूरे प्रदेश में हासिल करने के लिए मिशन मोड पर कार्य संपन्न होगा। मुख्य सचिव वीसी फारका की अध्यक्षता में शिमला में हुई उच्चस्तरीय बैठक में लिए गए फैसलों को चंबा जिला में भी अमलीजामा पहनाने को लेकर चंबा में उपायुक्त सुदेश मोख्टा ने बैठक ली। बैठक में जिलास्तरीय खुला शौच मुक्त एवं सुरक्षित पेयजल अभियान समिति से जुड़े तमाम विभागों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
उपायुक्त ने कहा कि सर्वे के मुताबिक जिले में अभी तक करीब 2000 शौचालय और बनाए जाने हैं। हालांकि इनमें से कुछ शौचालय का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि उपमंडल स्तर पर गठित खुले में शौच मुक्त एवं सुरक्षित पेयजल अभियान समितियां यह सुनिश्चित करेंगी कि 15 अक्टूबर तक किसी भी सूरत में सभी शौचालयों का निर्माण कार्य पूरा हो।
20 अक्टूबर को प्रदेश खुले में शौच मुक्त घोषित होगा और इसी कड़ी में चंबा जिला भी खुले में शौच से मुक्त किया जाएगा।
समूचे जिले में पेयजल स्त्रोतों,बावड़ियों और पनिहारों की साफ-सफाई भी इसी अभियान का एक हिस्सा रहेगा। इस अभियान को जमीनी स्तर पर कामयाब बनाने के मकसद से पंचायत स्तर पर गठित सैनिटेशन टीम की सबसे अहम जिम्मेदारी और भूमिका रहेगी। उपायुक्त ने निर्देश देते हुए कहा कि जिले में मौजूद विभिन्न बिजली परियोजनाओं के अलावा अन्य निर्माण कार्यों में लगी कंपनियों और अपने मकान में किरायेदारों को रखने वाले मकान मालिकों को पर्याप्त संख्या में शौचालयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा जाए।
वही उपायुक्त ने नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों को जिले के सभी विकास खंडों में सीमेंट की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए। उन्होंने नगर परिषद और नगर पंचायत के अधिकारियों को अपने कार्यक्षेत्र में कूड़ा करकट फैलाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई करने के लिए कहा। बैठक में पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र तोमर, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी शुभकरण ¨सह, एसडीएम चंबा बचन ¨सह, एसडीएम भटियात अश्विनी सूद, एसडीएम चुराह हितेश आजाद, एसडीएम सलूणी विजय धीमान, एसडीएम डलहौजी गौरव चौधरी, परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अभिकरण संजीत ¨सह सहित अन्य मौजूद रहे।
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अभियान की सफलता के लिए जागरूकता कार्यक्रम
इस अभियान को आम जनमानस के साथ जोड़ने के मकसद से जागरूकता कार्यक्रम भी किए जाएंगे। इनमें विद्यार्थियों, एनएसएस वालंटियरों, महिला एवं युवक मंडलों के अलावा स्वयं सहायता समूह द्वारा निकाली जाने वाली रैलियां, नारा लेखन ,भाषण और चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जाएगा।
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उपमंडल स्तर पर एसडीएम करेंगे निगरानी
उपमंडल स्तर पर संबंधित एसडीएम पूरे अभियान को मॉनिटर करेंगे। सेनिटेशन टीम पंचायत प्रधान की अगुवाई में काम करेगी। इस टीम में उपप्रधान और वार्ड सदस्यों के अलावा पंचायत सचिव, आंगनबाड़ी एवं आशा कार्यकर्ता, स्वच्छता दूत, प्रेरक और महिला मंडल सदस्यों के अलावा पंचायत स्तर पर कार्यरत अन्य विभागीय कर्मी शामिल रहेंगे।
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बेहतर कार्य करने वाली पंचायतें होंगी सम्मानित
अभियान के तहत बेहतरीन कार्य करने वाली पंचायतों को पुरस्कारों से भी नवाजा जाएगा। वहीं, अगर कोई पंचायत अभियान के तहत ठीक कार्य नहीं करती है तो उसके खिलाफ भी नियामानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। लिहाजा प्रशासन ने सभी बीडीओ के माध्यम से पंचायत प्रतिनिधियों को 15 अक्टूबर तक शौचालयों का निर्माण कार्य पूरा करने के आदेश दिए हैं।