साल घाटी की खेती पर होगा शोध
जागरण संवाददाता, चंबा : आइआइएम अहमदाबाद के शोधकर्ताओं ने इस वर्ष अपनी शोध यात्रा के लिए जिला चंबा की
जागरण संवाददाता, चंबा : आइआइएम अहमदाबाद के शोधकर्ताओं ने इस वर्ष अपनी शोध यात्रा के लिए जिला चंबा की साल घाटी को चुना है। चंबा की साल घाटी में पांच दिन तक विशेष शोध यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। खास बात यह है कि यह शोध यात्रा हर वर्ष देश के दूरगामी क्षेत्र में की जाती है और वहां के स्थानीय लोगों के क्रियाकलापों व पारंपरिक कामकाजों पर अध्ययन करती है। इसके उपरांत संस्था के जाने माने प्रोफेसर उन पारंपरिक कामकाज के आधुनिक तरीके से करने के लिए नए सुझाव इजाद करते हैं तथा इन नए सुझाव को स्थानीय लोगों को उनके कार्यों में नई तकनीको के बारे में बताते हैं।
यह आयोजन राष्ट्रस्तरीय संस्था सृष्टि, री-डीस्कवर संस्था और नोट आन मैप संस्था चंबा के सहयोग से जिला चंबा की साल वैली में इस पांच दिवसीय शोध यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। इसकी अगुवाई प्रो. अनिल कुमार गुप्ता करेगे।
29 अगस्त से लेकर 3 सितंबर तक होने वाली शोध यात्रा में देश-विदेश के प्रतिष्ठित संस्थानों के शोधार्थी और छात्र हिस्सा लेंगे। इस तरह की शोध यात्रा पुरे देश के दूरदराज के क्षेत्रों में पारंपरिक ज्ञान और जमीनी स्तर पर रचनात्मक ज्ञान के साथ-साथ वहां के नवविचारों की खोज करना है। इस शोध यात्रा में रचनात्मक ज्ञान पारंपरिक ज्ञान का जो भी डाटा बेस इक्ट्ठा किया जाएगा, उसे देश के प्रतिष्ठित संस्थान आइआइएम अहमदावाद के छात्रों द्वारा नई तकनीकों के साथ प्रदर्शित किया जाएगा।
जिला चंबा के इस शोध यात्रा में साल घाटी में जैविक खेती में लगे हुए किसानों के अनुभव के बारे मे जानकर उसमें नए परीक्षण कर अच्छी और उपयोगी तकनीक के बारे में बताया जाएगा। प्रोग्राम समन्वयक कुमार अनुभव ने बताया कि इन पांच दिन में शोधार्थी साल घाटी के दूर-दराज गांवों का दौरा करेंगे।