साझा मोर्चा ने दिया 10 दिन का अल्टीमेटम
संवाद सहयोगी, चंबा : यदि 10 दिन के भीतर प्रशासन व सरकार द्वारा मांगों को नहीं माना जाता है तो साझ
संवाद सहयोगी, चंबा : यदि 10 दिन के भीतर प्रशासन व सरकार द्वारा मांगों को नहीं माना जाता है तो साझा मोर्चा विकास खंड स्तर पर धरना प्रदर्शन तथा चक्का जाम करने के लिए मजबूर हो जाएगा। साझा मोर्चा के जिला संयोजक पीसी ओबरॉय ने कहा कि 28 मई को चंबा शहर में रैली निकाल कर व बचत भवन के बाहर प्रदर्शन कर साझा मोर्चा ने साबित कर दिया है कि इसमें शामिल 26 सामाजिक संगठन अब तब तक चुप नहीं बैठेंगे, जब तक मेडिकल कॉलेज खोलने का कार्य इसी वर्ष शुरू नहीं किया जाता। साथ ही क्षेत्रीय अस्पताल चंबा में काफी समय से रिक्त चल रहे विशेषज्ञ डॉक्टरों के पद नहीं भरे जाते। साझा मोर्चा 10 दिन तक मांगों के पूरा करने के लिए सरकार के फैसले का इंतजार करेगा। यदि इस समयावधि के भीतर चंबावासियों की दो महत्वपूर्ण मांगें पूरी नहीं की जाती हैं तो प्रशासन व सरकार के खिलाफ खंडस्तर पर प्रदर्शन किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में चंबा मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू न होने जिलावासियों की दुखी कर रहा है। चंबा जिला हर बार अनदेखी का शिकार होता आया है, जो कि अब किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा। वहीं, क्षेत्रीय अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की भी काफी कमी चल रही है, जिससे यहां पर स्वास्थ्य सुविधाएं चरमरा गई हैं। डॉक्टरों की कमी के कारण यहां पर मरीजों को इलाज के लिए डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा, आइजीएमसी शिमला व अन्य राज्यों में जाने को मजबूर होना पड़ रहा है, जो कि बेहद ¨चता का विषय है। गरीब वर्ग से संबंध रखने वाले मरीज उक्त जिलों व अन्य राज्यों में नहीं जा पाते हैं। यदि मेडिकल कॉलेज नहीं खोला जाता है तो आने वाले विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की लोगों से अपील की जाएगी।