चिकित्सा पद्धति में निदान विधियों पर की चर्चा
जागरण संवाददाता, चंबा : इलेक्ट्रोहोम्योपैथी की राष्ट्रीय कार्यशाला के दूसरे दिन मंगलवार को चिकित्सा
जागरण संवाददाता, चंबा : इलेक्ट्रोहोम्योपैथी की राष्ट्रीय कार्यशाला के दूसरे दिन मंगलवार को चिकित्सा पद्धति में निदान करने की विधियों के बारे में बताते हुए डॉ. संजीव शर्मा ने कहा कि नाड़ी से बीमारी की सतह तक पहुंचा जा सकता है। इलेक्ट्रोहोम्योपैथी अपने आप में एक संपूर्ण चिकित्सा विज्ञान है। इसमें हर प्रकार की बीमारी का इलाज मात्र 38 औषधियों से किया जा सकता है। डॉ. शर्मा ने प्राकृतिक वन औषधियों की महिमा का गुणगान करते हुए कहा कि इनमें अद्वैत जीवनी शक्ति हमेशा बनी रहती है। इसे स्प्रेजिक कोहोबेशन विधि से एकत्र कर प्रमाणित योगिकों में दवाएं तेयार होती हैं, जो मनुष्य शरीर पर बिया किसी दुष्प्रभाव के तुरंत असरदारी सिद्ध हो रही हैं। देशभर से आए चिकित्सकों के लिए कार्यशाला ज्ञान-वर्धन साबित हो रहीं है।
झारखंड के डॉ विकास कुमार, रहमान, मोहन, मध्यप्रदेश के डॉ. मोहन पटेल, किरण चावला, राजस्थान के डॉ. हेमंत सेतिया, बिहार के संतोष कुमार, राकेश व उत्तर प्रदेश के प्यारे लाल, एसपी मौर्य ने कहा कि यहां आकर उन्हें पद्धति की बारीकियां को जानने का मौका मिलता है।