राष्ट्रीय निदेशक व प्रदेश प्रभारी की जांच पर सवाल
सुरेश ठाकुर, चंबा क्षेत्रीय अस्पताल चंबा में स्थापित एसआरएल लैब की जांच पर राष्ट्रीय निदेशक व प
सुरेश ठाकुर, चंबा
क्षेत्रीय अस्पताल चंबा में स्थापित एसआरएल लैब की जांच पर राष्ट्रीय निदेशक व प्रदेश प्रभारी सवालों के घेरे में आ गए हैं। दोनों ने 27 व 28 मार्च को एसआरएल लैब की जांच की थी। उस दौरान उन्होंने सब कुछ सही बताया था, जबकि लैब में बरामद किटें मार्च में ही एक्सपायर हो चुकी थीं। इससे पता चलता है कि राष्ट्रीय निदेशक व प्रदेश प्रभारी ने जांच के नाम पर खानापूर्ति की है।
जानकारी के अनुसार 27 व 28 मार्च को एसआरएल की राष्ट्रीय निदेशक डॉ. दीपा व एसआरएल के हिमाचल प्रभारी डॉ. मनीश ने क्षेत्रीय अस्पताल चंबा में स्थापित लैब की जांच की थी। हैरानी की बात है कि उस दौरान दोनों ने न तो किटों की जांच की और न ही लैब में तैनात कर्मचारियों व अधिकारियों ने एक्सपायर हुई किटों के बारे में बताना जरूरी समझा। जिस कारण लैब में एक्सपायर किटों पर टेस्ट कर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जाता रहा। जिन मशीनों व फ्रिज में एक्सपायर किटें बरामद हुई हैं उनकी जांच दोनों अधिकारियों ने सही ढंग से की होती तो लोगों की ¨जदगी से खिलवाड़ नहीं होता। उल्लेखनीय है कि एसआरएल लैब में एक्सपायर किटों पर 347 टेस्ट किए गए थे। जिससे राष्ट्रीय निदेशक व प्रदेश प्रभारी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।
बॉक्स-
ये किटें हुई बरामद
क्षेत्रीय अस्पताल चंबा की एसआरएल लैब में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक गुप्ता व ड्रग इंस्पेक्टर नरेंद्र ठाकुर की अगुवाई में की गई छापमारी के दौरान टी बिल, बल्ड यूरिया, एएसओ, एचसीबी व एचबी की कई किटें एक्सपायर डेट की बरामद हुई हैं। इनमें से कुछ किटों को तो मशीन में टेस्ट करने के लिए लगाया गया था, जबकि कुछ किटें लैब के फ्रिज में रखी हुई थीं।
----------
बॉक्स-
जब क्षेत्रीय अस्पताल चंबा में लैब का निरीक्षण किया था तो उस दौरान सब कुछ सही था। एसआरएल प्रबंधन ने मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया है, जो निष्पक्षता से जांच करेगी। वहीं, सरकार द्वारा की जा रही जांच में भी पूरा सहयोग किया जाएगा।
डॉ. दीपा, राष्ट्रीय निदेशक एसएलआर लैब।
बॉक्स
मीडिया में बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हूं। जो बयान डॉ. दीपा ने दिया है वही मेरा है।
डॉ. मनीष, प्रदेश प्रभारी एसएलआर लैब।