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पशु केंद्र तरेला को नहीं नसीब हुआ अपना भवन

सवांद सहयोगी, सलूणी : विकास खंड तीसा की ग्राम पंचायत गुईला के अंतर्गत भले ही सरकार और विभाग ने तर

By Edited By: Published: Sun, 01 Mar 2015 09:19 PM (IST)Updated: Sun, 01 Mar 2015 09:19 PM (IST)
पशु केंद्र तरेला को नहीं नसीब हुआ अपना भवन

सवांद सहयोगी, सलूणी : विकास खंड तीसा की ग्राम पंचायत गुईला के अंतर्गत भले ही सरकार और विभाग ने तरेला में काफी वर्ष पूर्व पशु केंद्र खोला हो, लेकिन अभी तक उसे अपना भवन नसीब नहीं हो पाया है। उसे आज भी जर्जर कमरे में ही चलाया जा रहा है। इस केंद्र पर काफी पंचायतों के बाशिंदे निर्भर हैं, लेकिन आज भी इसे निजी कमरे में चलाकर काम निपटाया जा रहा है। इस वजह से कृत्रिम गर्भाधान, पशुओं का उपचार व अच्छी दवाओं की उम्मीद कैसे की जा सकती है। आज भी काफी पंचायतों के पशुपालक अपने मवेशियों के इलाज के लिए यहां-वहां भटकते हैं। हजारों की आबादी वाले क्षेत्र के लोगों को इस केंद्र से उतनी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं, जो मिलनी चाहिए थी।

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क्षेत्र के पशुपालकों दीनदयाल, प्रभुदयाल, हरि ¨सह, दीन मोहम्मद, दया राम, व्यास देव, कमल कुमार सहित पंचायतों के प्रधान, उपप्रधान, वाड पंचों सहित अन्य गण्यमान्यों का कहना है कि सरकार व विभाग के ने उनके पशुओं के इलाज के लिए नाममात्र का केंद्र खोला है। इतने साल बीतने के बावजूद इस केंद्र को निजी भवन के एक कमरे में चलाया जा रहा है। हर वर्ग के लोगों ने सरकार व पशुपालन विभाग के अधिकारियों से गुहार लगाई है कि इस केंद्र के लिए अपना भवन मुहैया करवाया जाए। साथ ही यहां दवाओं का उचित प्रबंध किया जाए, ताकि क्षेत्र के किसान अपने मवेशियों को अच्छा इलाज दिलवा सकें।


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