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संवाद सहयोगी, चंबा : पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, अफगानिस्तान, कनाडा, मोरक्को, इथि
संवाद सहयोगी, चंबा : पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, अफगानिस्तान, कनाडा, मोरक्को, इथियोपिया, दक्षिणी कोरिया व अमेरिका के वैज्ञानिक व विद्वान हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में तीन अक्टूबर से होने वाले अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए पहली अक्टूबर को चंबा पहुंच जाएंगे। वहीं, भारत के विभिन्न राज्यों बेंगलूर, चेन्नई, हैदराबाद व दिल्ली के दो सौ के करीब अनुसंधानकर्ता भी चंबा पहुंचेंगे। तीन दिवसीय सम्मेलन राजकीय महाविद्यालय चंबा में होगा। इसमें देश-विदेश के वैज्ञानिक व अनुसंधानकर्ता विकास से जैव विविधता व जलवायु पर पढ़ने वाले नकारात्मक प्रभावों को दूर करने के लिए कोई ऐसा हरित विकल्प खोजेंगे, जिसे सरकार व नीति निर्धारकों के समक्ष रखा जा सके और परिर्वतन के बावजूद जैव विविधता व जलवायु से सामंजस्य स्थापित किया जा सके। अंतराष्ट्रीय सम्मेलन से भारत के पाकिस्तान व अफगानिस्तान जैसे देशों के रिश्तों में भी मिठास आने की संभावना जताई जा रही है। वहीं, अमेरिका, कनाडा व दक्षिण कोरिया देश से शैक्षणिक व अनुसंधानात्मक आदान-प्रदान भी बढ़ेगा। उल्लेखनीय है कि काफी समय से भारत का पाकिस्तान से और पाकिस्तान का अफगानिस्तान से सीमा विवाद चल रहा है। यहां साझा मंच पर एक ही उद्देश्य के लिए पहुंचने वाले देशों को भी शायद जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन से लड़ने के बेहतर विकल्प प्राप्त हो सकते हैं। चंबा भी मेहमांनवाजी के लिए तैयार है। सम्मेलन के आयोजक सचिव एवं राजकीय महाविद्यालय चंबा के एनवायरनमेंटल सोश्योलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. मोहिंद्र सलारिया ने बताया कि अतिथियों को हर सुविधा उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे।