अस्पताल में खत्म हुई एंटी स्नेक विनाम
संवाद सहयोगी, चंबा : क्षेत्रीय अस्पताल चंबा में सांप के जहर से लड़ने वाली दवा खत्म हो चुकी है। सांप के काटने के बाद गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया एक युवक जिंदगी के लिए तड़प रहा है। उसके परिजन उसका बिस्तर नहीं छोड़ पा रहे हैं। कुछ मिनटों के अंतराल में उसे दौरे पड़ने लगते हैं और वह बेहोश होने की स्थिति में पहुंच जाता है।
जानकारी के अनुसार, जडेरा पंचायत के कुरोरी गांव के मोनू पुत्र जर्मो को सांप के काटने के बाद परिजन इस उम्मीद से चंबा अस्पताल ले आए थे कि यहां उनके बेटे की जान बच जाएगी। मगर अस्पताल के पास एंटी स्नेक विनाम नहीं हैं जिसके लगाने से मोनू को बचाया जा सके। उधर, चंबा अस्पताल प्रबंधन ने खराब हो रही मोनू की हालत को देखते हुए उसे टांडा रेफर कर दिया है। मगर मोनू के परिजनों का कहना है कि उनके पास सिर्फ दो सौ रुपये थे, जिससे किराया देकर वे अपने बेटे को चंबा अस्पताल तक ला पाए हैं और उनके पास अब इतने पैसे भी नहीं हैं कि इस हालत में पहुंच चुके अपने बेटे को टांडा तक पहुंचा पाएं। फिलहाल, जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे मोनू के परिजन भगवान के सहारे हैं।
मोनू के परिजनों ने बताया कि उनके बेटे मोनू को घर के पास ही एक सांप ने काट लिया था। लेकिन सांप इतना जहरीला नहीं था और उन्होंने मोनू का उपचार घर पर शुरू करवा दिया। घरेलू उपचार में उन्हें कोई फायदा नहीं मिला और वे बेटे को अस्पताल ले आए, लेकिन अस्पताल में चिकित्सक उसका उपचार नहीं कर रहे हैं। बल्कि उनके बेटे को टांडा रेफर किया जा रहा है।
दवा खत्म हो चुकी है : सीएमओ
सीएमओ चंबा डॉ. अशोक गुप्ता ने बताया कि अस्पताल में सांप का जहर उतारने वाली दवाई खत्म हो चुकी है। इसलिए मरीजों को टांडा रेफर किया जा रहा है। इस दवाई को जल्द से जल्द मंगवाया जा रहा है, ताकि मरीजों को सांप के काटने का इलाज करवाने के लिए किसी दूसरे अस्पताल का रुख न करना पड़े।