संगीत की दुनिया नाम रोशन करना चाहती दीक्षा
संवाद सहयोगी, चंबा : इंडियन आइडल के छठे सीजन में सर्वश्रेष्ठ दस में शामिल रही हिमाचल की दीक्षा पीयूष वीरवार को अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेले में कार्यक्रम पेश करने चंबा पहुंची। इस दौरान 'दैनिक जागरण' ने उनसे विचार साझा किए। दीक्षा ने बताया कि संगीत की दुनिया में नाम रोशन करने के लिए वह काफी मेहनत कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि लगभग दो साल की उम्र से ही गाना शुरू कर दिया था। चार साल की उम्र में स्कूल के वार्षिक पारितोषिक कार्यक्रम में पहली बार गाना रिकार्ड किया था। पिता पीयूष राज से बचपन से ही गाने के गुर सीखे। इंडियन आइडल में टॉप टेन में आने से पहले कोई खास पहचान नहीं बनी थी। लेकिन इसके बाद लोग दीक्षा को जानने लगे। अब हिमाचल प्रदेश के साथ ही पूरे भारत में शो करने का मौका मिल रहा है। अभी तक संगीत की दुनिया में कोई खास दिक्कतें महसूस नहीं हुई। क्योंकि माता-पिता ने हर कदम पर मेरा साथ दिया है। दीक्षा मानती हैं कि वे प्लेबैक सिंगर के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनाना चाहती हैं। इसके लिए दिन-रात मेहनत कर रही हैं। अगर हिमाचल की बात करें तो यहां के लोगों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। बस जरूरत है तो एक अच्छा मंच मिलने की।
चंबा या प्रदेश के युवाओं में प्रतिभा तो बहुत है, लेकिन उन्हें सही मार्गदर्शन न मिलने के कारण युवा अपनी प्रतिभा को निखार नहीं पाते। हिमाचली प्रतिभा को निखारने के लिए हर जिले में संगीत अकादमी खोली जानी चाहिए। ताकि प्रदेश के युवा संगीत की दुनिया में अपना नाम कमा सकें। जिला तथा प्रदेश के युवाओं को मेरा यही संदेश है कि किसी अच्छे कलाकार को अपना आदर्श बनाएं। मगर किसी की नकल न करें। इसलिए किसी को कॉपी करने की बजाय अपने अंदाज में गाएं।