..रोशन होंगे मणिमहेश के पड़ाव
जागरण संवाददाता, चंबा : मणिमहेश यात्रा के दौरान बिजली बोर्ड ने पड़ाव को रोशन रखने का फैसला किया है। हालांकि पूर्व में अनुमान लगाया जा रहा था कि बिजली बोर्ड हड़सर से मणिमहेश तक करीब 13 किलोमीटर लंबे पूरे रास्ते को रोशन करेगा और इस बार रात में भी यात्रा के प्रबंध किए जाएंगे। लेकिन मौसम के हालात को देखते हुए प्रशासन ने दिन में मणिमहेश यात्रा करवाने का फैसला किया है, जबकि रात होने तक यात्री जिन पड़ाव तक पहुंच पाएंगे। बिजली बोर्ड उनमें रोशनी कर यात्रियों के रात्रि विश्राम का प्रबंध करेगा। बिजली बोर्ड ने इस व्यवस्था को सिरे चढ़ाने के लिए समूचे रास्ते पर 13 जनरेटर रखने का फैसला किया है।
जानकारी के अनुसार, बिजली बोर्ड के इस सहयोग के बदले मणिमहेश ट्रस्ट बिजली बोर्ड को भुगतान करेगा। भुगतान में गाड़ी की आवाजाही से जनरेटर में खर्च होने वाले डीजल तक का ब्यौरा जुड़ा होगा। मगर यह खर्च कितना बनेगा अब तक बोर्ड इसे तय नहीं कर पाया है। फिलहाल, मणिमहेश के रास्ते में जनरेटर रखने का काम शुरू हो गया है। इससे पूर्व पिछले साल पहली मर्तबा बिजली बोर्ड ने जनरेटर का प्रबंध करना शुरू किया था। इसके बाद यह उम्मीद लगाई जा रही थी कि समूचे रास्ते पर एक साल बाद बिजली बोर्ड लाइट का प्रबंध कर देगा। मगर मणिमहेश यात्रा खत्म होने के बाद जब उपलब्ध बिजली के संबंध में बोर्ड ने रिपोर्ट तैयार की तो उसमें कई जगह सीएफएल बल्व गायब मिले। कुछ पड़ाव में बल्व सिर्फ एक या दो दिन तक ही जल पाए। वहां से गुजरने वाले यात्री सीएफएल को भी अपने साथ ही ले गए और इससे हुए नुकसान की भरपाई बिजली बोर्ड आज तक नहीं कर पाया है। यही वजह है जो बोर्ड ने इस बार समूचे मार्ग को रोशन करने का फैसला टाल दिया।
बहरहाल, मणिमहेश यात्रा में सबसे राहत की खबर अब यही है कि यात्रियों को अंधेरे में रात नहीं गुजारनी पड़ेगी। पैदल रास्ते में जितने भी पड़ाव होंगे, सबको बिजली बोर्ड रोशन कर देगा।
पड़ाव पर बिजली देगा बोर्ड : शर्मा
बिजली बोर्ड के अधिशाषी अभियंता एमएल शर्मा का कहना है कि पड़ाव पर बिजली प्रबंध के लिए बोर्ड ने जरूरी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। जिसके लिए 13 जनरेटर लगाए जा रहे हैं। यह व्यवस्था सिर्फ पड़ाव पर ही होगी, ताकि रात को लोग पड़ाव तक पहुंच पाएं। पूरे रास्ते पर बिजली बोर्ड रोशनी का प्रबंध नहीं करेगा।