देखो सरकार! एंबुलेंस अनदेखी से बेकार
संवाद सूत्र, चंबा : क्षेत्रीय अस्पताल चंबा का एक रोगी वाहन पिछले काफी समय से तकनीकी रूप से खराब पड़ा हुआ है। जिसके अभाव में अस्पताल से अन्य क्षेत्र के लिए रेफर किए जाने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि चिकित्सालय चंबा की एंबुलेंस गाड़ी नंबर एचपी 48 ए 0113 पिछले काफी दिनों से अस्पताल में धूल फांक रही है। गाड़ी का काम पिछले काफी से नहीं हुआ है। खराब गाड़ी से सफर करने पर कभी भी हादसा हो सकता है। इसलिए गाड़ी का प्रयोग करना विभाग ने बंद कर दिया है। गाड़ी पिछले चार माह से खुले में खड़े रह कर अपने हालात पर आंसू बहा रही है। सरकारी गाड़ी की नियमों के अनुसार एक साल के बाद सर्विस की जाती है। जो भी कार्य गाड़ी का होता है उसे पूरा किया जाता है। परन्तु चंबा अस्पताल के बाहर खड़ी इस गाड़ी से जनवरी, 2014 से कोई कार्य नहीं लिया जा रहा है। करीब चार माह बीत जाने के बाद भी विभाग का इरादा गाड़ी को ठीक करने का नहीं है। इसके अलावा दूसरी छोटी एंबुलेंस जिसका कि हाल में ही कार्य करवाया गया है। वे भी केवल स्टाफ को लाने तथा चंबा अस्पताल से नजदीकी अस्पताल तक जाने के लिए रखी गई है। खराब गाड़ी को ठीक करने की बजाय खड़ी गाड़ी के दरवाजे के लॉक तक खराब हो चुके हैं। उसे बांधने के लिए तारों का इस्तेमाल किया गया है। ऐसे में मरीजों को महंगे दाम पर गाड़ी लेनी पड़ रही है। मरीज व उनके तीमारदारों ने अस्पताल प्रशासन से जल्द एंबुलेंस को ठीक करने की गुहार लगाई है।
क्षेत्रीय अस्पताल चंबा के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विनोद शर्मा ने बताया कि उक्त समस्या को दूर करने के लिए शीघ्र प्रयास किए जाएंगे।
जल्द करवाई जाएगी एंबुलेंस की मरम्मत : डॉ. गुप्ता
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक गुप्ता का कहना है कि मामला उनके ध्यान में नहीं है। न ही किसी ने उनके पास कोई शिकायत की है। फिर भी अगर गाड़ी खराब है और बजट की कमी है तो मई माह में गाड़ी की सर्विस के लिए बजट उपलब्ध करवा दिया जाएगा। मरीजों को जल्द ही एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध करवा दी जाएगी।