धरोहर को सहेजने का प्रयास
संवाद सहयोगी, चंबा : पुरातत्व विभाग द्वारा चंबा में रियासत काल के महत्वपूर्ण पहलुओं को उजागर करने वाले भूरी सिंह संग्रहालय पर तीसरी आंख का पैहरा बैठाने की कवायद शुरू कर दी है। जिसके तहत संग्रहालय में सीसीटीवी कैमरे लगाने के साथ-साथ इसका कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाएगा। पिछले काफी समय से हाईटैक सुरक्षा के लिए तरस रहे इस ऐतिहासिक धरोहर को सहेजने के प्रयास को आधुनिक संस्करण देते हुए पुरातत्व विभाग संग्रहालय के सभी कक्षों और सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने जा रहा है।
गौरतलब है कि चंबा के संग्रहालय में कई ऐसी एतिहासिक व पुरातत्व महत्व की वस्तुएं रखी गई हैं। जो अपने आप में इकलौती होने के साथ काफी अनमोल भी हैं। जिसकी सुरक्षा के लिए हालांकि संग्रहालय में चौबीस घंटे जवान तैनात रहते हैं। मगर पलक न झपकाने वाली तीसरी आंख की चौकसी मिल जाने से अब इस संग्रहालय को पूरी तरह से सुरक्षित माना जा सकता है। चंबा के भूरी सिंह संग्रहालय में सीसीटीवी कैमरे की सुरक्षा की आवश्यकता काफी ज्यादा खल रही थी। ऐसे में राज्य पुरातत्व विभाग ने भी इस कार्य को अमलीजामा पहनाने में देरी करना उचित नहीं समझा। जिसके चलते आगामी कुछ दिनों में भूरी सिंह संग्रहालय में आने-जाने वालों का संपूर्ण खाका विभाग की टेप में मौजूद रहेगा।
गत कुछ माह पहले जिला प्रशासन द्वारा भी संग्रहालय का दौरा किया गया था। जिसमें सुरक्षा संबंधी मसले को लेकर सर्तकता बरतने की हिदायतें जारी की गई थी। इस संबंध में चंबा के बुद्धिजीवियों की माने तो चंबा एक शांतिप्रिय क्षेत्र है। बावजूद इसके यहां पर एतिहासिक वस्तुओं के चोरी होने की घटनाएं हो चुकी हैं। जिसके चलते विभाग द्वारा संग्रहालय को सुरक्षा प्रदान करना सराहनीय कदम है।
सुरक्षा की दृष्टि से यह बेहद जरूरी : चौहान
पुरातत्व विभाग के पंजीकीय अधिकारी हरि चौहान से का कहना है कि मौजूदा समय में सुरक्षा की दृष्टि से यह बेहद जरूरी है। जिसके लिए शीघ्र ही संग्रहालय में सीसीटीवी कैमरे लगा दिए जाएंगे।